दीपक ताम्रकार की रिपोर्ट
सेवाजोहार (डिंडोरी):– जिला कलेक्टर विकास मिश्रा अपने रूटीन दौरे के लिए मशहूर हो चुके है। ठंड हो,बारिश हो या बढ़ती गर्मी लेकिन विकास मिश्रा का डिंडोरी जिले में पदस्थापना के बाद से जो दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में लोगों के बीच पहुंचने का सिलसिला जारी है ताकि शासकीय योजनाओं का सफल क्रियान्वयन जमीनी इस्तर पर हो सके। बीते दिन बजाग ब्लाक के दौरे पर पहुंचे कलेक्टर विकास मिश्रा को जनपद पंचायत के सीईओ को सभी पंचायतों की विस्तृत जानकारी देनी थी इनमें खासकर निर्माण संबंधी कार्यों की ओर उनमें बरती जा रही लापरवाहियों सहित। लेकिन शायद ऐसा हुआ नहीं।
बजाग जनपद क्षेत्र की ग्राम पंचायत भुरसी के पोशाक ग्राम बघरेली सानी में लाखों रू की लागत से पुलिया का निर्माण कार्य ग्रामीणों की सुविधा के लिए पंचायत द्वारा किया जा रहा है। लेकिन हैरत की बात है की जिस पुलिया का निर्माण कार्य किया जा रहा है उसमे दरार युक्त पोल डाले जा रहे है जो गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर रहे है। उनकी लाइफ लाइन कितनी होगी या सीमेंट का पोल देखकर की आप अंदाजा लगा सकते है। मीडिया द्वारा इस मामले को जरूर प्रमुखता से उठाया गया लेकिन जिम्मेदार महिला एसडीओ ने मामले में कार्यवाही करने की बजाय गोल मोल जवाब देकर पल्ला झाड़ लिया।
कलेक्टर विकास मिश्रा के दौरे के दौरान बजाग के जनपद सीईओ मुंशी लाल को इस मामले की जानकारी देनी चाहिए थी। अब इस पूरे मामले में हम भ्रष्टाचार और शासकीय राशि का बंदरबाट करने जैसे घिसे पिटे शब्द का उपयोग बिल्कुल भी नही करेंगे। क्योंकि इन शब्दों को पढ़ते पढ़ते पाठको की उम्र बीत रही है लेकिन ऐसे मामले लगातार सामने आने के बाद भी संबंधित पंचायत के जिम्मेदारों के खिलाफ कार्यवाई न होना उनके हौसले बुलंद करने जैसा है।
दरअसल कलेक्टर विकास मिश्रा ने ग्राम बरसोद में निर्माणाधीन ग्रेवल सड़क का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने कॉलेज पहुँच मार्ग के लिए सडक निर्माण का निरीक्षण किया, सडक का निर्माण कार्य प्रारम्भ हो चुका है। कलेक्टर ने समय सीमा में कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए।
वैसे भी जिला मुख्यालय में बैठे अधिकारी अपना चेहरा चमकाने में लगे है और पंचायतों के हाल किसी से छिपे नही है। ख़बर के फालो अप का इंतजार करिए कुछ अच्छा पढ़ने को मिलेगा : सेवाजोहार