मंडला के घुघरी में पनप रहा रेत माफिया ?
सेवाजोहार (मंडला): रेत की चोरी और कालाबाजारी का मामला जब जब उठता है तब तब लोग भाजपा नेताओं पर उंगलियां उठाने लगते हैं। लेकिन मंडला जिले से यह मामला फिर उठने लगा हैं जो बिछिया विधानसभा क्षेत्र की घुघरी विकासखण्ड के ग्राम पांडूकला का है। जहाँ के ग्रामीणों का खुलेतौर पर आरोप है कि रेत माफिया द्वारा रेत की चोरी रोकने पर ट्रैक्टर चढ़ाने की धमकी खुलेआम दी जा रही है। वही घुघरी पुलिस और खनिज विभाग का मौन होना कही न कही इशारा कर रहा है कि रेत माफिया को किसी नेता का खुला संगरक्षण है या नोटों के बजन के तले साहब शांति धारण किये बैठें है।
पांडूकला गाँव से कुछ ग्रामीण मंडला जिला मुख्यालय पहुँचकर खनिज विभाग कार्यालय में शिकायत करते है कि ग्राम पांडूकला विकासखण्ड घुघरी में धड़ल्ले से रेत चोरी की जा रही है जहाँ खदान स्वीकृत नही है। वहाँ रेत माफिया मनीष चौधरी द्वारा दिन रात रेत चोरी की वारदात को अंजाम देकर राजस्व को बड़ा नुकसान पहुँचाया जा रहा है। यही नही रॉयल्टी कही और से जारी कर पांडूकला की रेत को खपाने का खेल कई दिनों से जारी है जिसे रोकने जब ग्रामीण आगे आये तो रेत माफिया मनीष चौधरी ने उन पर ट्रैक्टर चढ़ाने की धमकी दी जिससे ग्रामीण भय के चलते खनिज विभाग के अधिकारी के पास पहुँचकर ग्राम पांडूकला की रेत बचाने की गुहार लगाई है।
आखिर कौन है ये मनीष चौधरी और क्या है इसका बैकग्राउंड !
अगर पांडूकला क्षेत्र के ग्रामीण खुले आरोप लगा रहे है तो सवाल यह उठता है कि आखिरकार मनीष चौधरी कौन है और इसके बीते 5 सालों की कुंडली खंगाली जाए तो यह क्या करता था कितने का आसामी बन चुका है इसकी जांच कलेक्टर मंडला और पुलिस अधीक्षक को करनी चाहिए। कही मनीष चौधरी कोई बड़े कांड करने की फिराक में है जो रेत के धंधे में उतरकर अब रेत माफिया बन चुका है। प्रशासन को मनीष चौधरी के सभी बैंक एकाउंट की जांच भी करनी चाहिए ताकि रेत चोरी और परिवहन की काली कमाई को प्रशासन राजसात कर सके। या कही यह भी हो सकता है की मनीष चौधरी को मोहरा बनाकर कोई दूसरा शख्स अपना उल्लू सीखा करने की फिराक में है जो जांच का विषय है।