दीपक ताम्रकार की रिपोर्ट
सेवाजोहार (डिंडोरी):- तेज तर्रार महिला पुलिस अधीक्षक वाहिनी सिंह के डिंडोरी जिला में पदभार ग्रहण करने के बाद उम्मीद जताई जा रही है की अपराधिक मामलों सहित शिकायतों का समाधान में तेजी दिखाई देगी और आमजन उम्मीद भी यही लगाए बैठी है।
मामला फरवरी माह का था जहां शिकायत कर्ता ने आरोप लगाया था कि जिला आबकारी विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी द्वारा शराब बेचने के झूठा केस बनाने और छोड़ने के नाम पर दो लाख रुपए बतौर रिश्वत की मांग की थी डरा सहमा परिवार ने रिश्तेदारों से रूपयो की व्यवस्था कर मामला का सेटेलमैनेट 50 हजार रुपए में किया। जब थोड़ा डर दिल से अलग हुआ तब साहू परिवार डिंडोरी जिला मुख्यालय पहुंचकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में इसकी लिखित शिकायत कर रुपए वापस दिलाने और संबंधितों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है। इस दौरान लोकसभा चुनाव भी संपन्न हुए व्यवस्ता का दौर था। लेकिन अब पुलिस को इस बात की जरूर जांच करना चाहिए की शिकायत सच है या झूठ !
यह लिखा था आवेदन पत्र में :- मै आवेदक अंकित साहू पिता हीरा लाल साहू निवासी ग्राम बुदेंला पो. रूसा तहसील बजाग जिला डिण्डौरी का स्थाई निवासी हूं दिनांक 01/02/2024 को आबकारी विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी मेरे घर पर आकर मुझ आवेदक को उठा कर ले जा रहे थे मेरे द्वारा मना करने करने पर जबरन ले कर चले गये जब मैं पूछा की आप मुझे कंहा लेकर जा रहे हो तो उनके द्वारा कोई जबाब नही दिया गया एवं ग्राम मोहतरा में मुझ आवेदक को उतार कर मुझसे 200000/- दो लाख रू की मांग की थी मेरे पास रू उतने पैसे न होने के कारण मैं अपने रिस्तेदार से 50,000/- पचास हजार रू० उनको दिया तब मुझ आवेदक को छोड़ा गया है।
निवेदन है कि मुझ आवेदक को मेरी राशि 50000/- पचास हजार रू० वापस दिलाते हुये उक्त कर्मचारीयों के उपर उचित कार्यवाही करने की दया करें।
हालाकि इस मामले में जिला के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जगन्नाथ सिंह मरकाम से फोन में बात की गई तो उन्होंने कहा की जल्द इस मामले को दिखाते है।