जितेन्द्र अलबेला की रिपोर्ट
सेवाजोहार (छिंदवाड़ा): 22 जनवरी दिन सोमवार को अयोध्या धाम में नवनिर्मित मंदिर में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में नागेंद्र ब्रह्मचारी जी जिले की ओर से सम्मलित होंगे प्राप्त आमंत्रण पाती के साथ अयोध्या रवाना होंगे ब्रह्मचारी जी ने कहा कि मुझे इस अविस्मरणीय कार्यक्रम में जाने का अवसर मिला है साथ ही जानकारी देते हुए बताया कि मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में निश्चित संख्या में संत महात्मा, अतिथियों, सहित गणमान्य नागरिक जिन्हें आमंत्रित किया गया है वे ही सम्मलित होंगे कार्यक्रम स्थल पर आधार कार्ड,निमंत्रण पाती ही साथ होगी अन्य कोई भी सामान साथ नही होगा 495 वर्षों के लंबे संघर्ष और बलिदान के बाद यह पुण्य अवसर आया है 1528 से 1983 तक अयोध्या के संत महात्मा पड़ोस के राजवाड़े और जनता का लंबा संघर्ष रहा 1983 के बाद जनता जागरूक होने लगी संत महात्माओं के सहयोग से श्री राम जन्म भूमि का यज्ञ तीन लाख गांवों में तक पहुँच गया परिमाण स्वरूप 9 नवंबर 2019 को इस संघर्ष व ऐतिहासिक साक्ष्यों के आधार पर भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय के पांच न्यायाधीशों ने सर्वसम्मति से इस स्थान को भगवान श्री रामलला के नाम पर समर्पित कर दिया सारे संघर्षों का परिणाम है भव्य श्री राम मंदिर का निर्माण 5 अगस्त 2020 को इसी स्थान पर भारत के प्रधानमंत्री के द्वारा भूमिपूजन के साथ निर्माण प्रारम्भ हुआ बालरूप में रामलला 22 जनवरी को अपने आसन पर पुर्नविराजमान होंगे इस कार्यक्रम में सभी आध्यत्मिक परंपराओं के सहस्त्रों संत महापुरुष एवं संपूर्ण भारत के भिन्न भिन्न क्षेत्रों के यशस्वीजन इसके साक्षी बनेंगे जिले ,प्रदेश, देश के रामभक्त खुशियों को मना रहे हैं स्थान स्थान पर प्रभात फेरियां, मंदिरों में सजावट के साथ अनेक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं दीप उत्सव के साथ घरों में रांगोली लाइटिंग के साथ प्रभु के आगमन की तैयारियां की जा रही है।