डेस्क सेवाजोहार मप्र-छग
सरकारी बंगला,रुतबा और पैसा सब कुछ था निशा के पास पर कमी थी तो प्यार की और उसके एह्साह की,49 वर्षीय निशा ने अपनी बड़ी बहन को बिना बताए ही मनीष शर्मा (ग्वालियर निवासी) नामक व्यक्ति से मंडला जिले के गायत्री मंदिर में यह सोच कर शादी रचा ली कि जिंदगी के इस पड़ाव से मनीष उसे हमेशा दिल से प्यार करेगा और उसका हमेशा साथ निभाएगा,पर निशा को क्या पता था कि भगवान के दिये सब कुछ में कुछ ऐसा मोड़ भी आने वाला था जिससे निशा की जिंदगी तबाह और बर्बादी की तरफ जाने वाली थी।
शादी डॉट कॉम साइड के जरिये छत्तीसगढ़ बैकुंठपुर निवासी निशा नापित ने मनीष शर्मा से शादी तो कर ली पर मनीष के भीतर लालच और लोभ विराजमान था,जिसके चलते आये दिन मनीष अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए निशा नापित पर आश्रित होता चला गया,मनीष हमेशा निशा का इस्तेमाल एटीएम की तरह करता और कुछ दिन साथ रहता फिर चला जाता। 3 अक्टूबर साल 2020 में हुई दोनों के बीच शादी का सिलसिला ज्यादा दिन न चल सका और फिर 28 जनवरी रविवार की दोपहर मनीष ने निशा पर फिर से दवाब बनाया की निशा अपनी सर्विस बुक और बैंक खातों में उसे नॉमिनी बनाये,जिसका निशा ने विरोध किया। जिसके बाद मनीष ने निशा को बित्तर में पटककर उसके नाक मुँह में तकिया से दबा दिया निशा तड़पती रही खुद को बचाने की कोशिश करती रही पर मनीष के बेहशीपन के आगे वह बेबस और लाचार निकली और उसने दम तोड़ दिया।
आरोपी मनीष शर्मा-अब पुलिस गिरफ्त में
मनीष ने इस दौरान सारे घटनाक्रम के सबूत मिटाने के लिए शातिराना दिमाग लगाया और निशा के कपड़े,बिस्तर,तकिया,कवर सभी वासिंगमशीन में डालकर धो दिया। ताकि किसी को कुछ भी भनक न लग सके। इसके बाद मनीष ने निशा को शहपुरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाता हैं,झूठी स्क्रिप्ट तैयार करके ताकि लोगों को आभास न हो सके।
जानकारी लगने पर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक 28 जनवरी की शाम शहपुरा रवाना होते है, इस पूरे की जानकारी मनीष से पूछने का प्रयास करते है पर मनीष उन्हें गुमराह करने का न सिर्फ प्रयास करता है बल्कि झूठ पर झूठ बोलता जाता है। पुलिस जब निशा की बड़ी बहन नीलिमा नापित से संपर्क कर सारी जानकारी देती है तो सुनकर नीलिमा के होश फाख्ता हो जाते है,नीलिमा शहपुरा पहुँचती है निशा को (मुर्दा)ऐसी हालत में देख रो पड़ती है। नीलिमा ने हिम्मत रख पुलिस को वो सब कुछ बताया जो निशा के साथ बीत चुका था। नीलिमा ने मनीष की सारी सच्चाई शहपुरा पुलिस और एसपी डिंडोरी अखिल पटेल को बताई,जिसके बाद निशा के सरकारी आवास रविवार देर शाम सील होता है,सोमवार की सुबह निशा के शव का पोस्टमार्टम होता है और जिससे रिपोर्ट ने सारे छुपे राज को खोल दिया। निशा के शरीर मे चोट के निशान थे,नाक से खून बह रहा था,कई जगह खरोंच के निशान थे,चेहरा सूजा हुआ था।
सोमवार की दोपहर बालाघाट डीआईजी मुकेश श्रीवास्तव ने प्रेसवार्ता शहपुरा थाना में आयोजित अँधेहत्या कांड का खुलासा किया और आरोपी मनीष शर्मा की गिरफ्तारी की जानकारी दी।
निशा मेहनती थी,पढ़ने में टॉपर थी वो जिंदगी में सब कुछ पाना चाहती थी जिसे पढ़ाई के बल पर उसने पाया पर निशा का प्यार अधूरा रह गया ! निशा को सच्चा नहीं बल्कि पग पग में धोखा देने वाला प्यार नसीब हुआ। बहरहाल एसडीएम निशा की मौत से पूरा डिंडोरी सदमे में है,हत्या जैसी विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी मनीष शर्मा शहपुरा पुलिस की गिरफ्त में हैं,न्याय पालिका से अपेक्षा है जल्द ही आरोपी को उसके किये की सजा मिले और निशा और उसकी बड़ी बहन नीलिमा को इंसाफ ॥
इस पूरे घटनाक्रम से महज 24 घंटे के भीतर पर्दा उठाने वाली शहपुरा पुलिस टीम बधाई के पात्र है।