सेवाजोहार (डिंडोरी):– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोर्ड परीक्षा देने वाले देश भर के विद्यार्थियों के लिए प्रातः11बजे से दिल्ली के प्रगति मैदान में भारत मंडपम में आयोजित कार्यक्रम परीक्षा पे चर्चा के 7वें संस्करण को संबोधित किया। जिसका लाइव प्रसारण विद्यालय के कक्षा 6वीं से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियों को दिखाया गया। दिल्ली में कार्यक्रम की शुरुवात विद्यार्थियों द्वारा आयोजित प्रदर्शनी से हुई जिसकी प्रधानमंत्री ने भूरि भूरि सराहना की। कार्यक्रम में केंद्रीय विद्यालय के बच्चों द्वारा परीक्षा पे चर्चा थीम पर एक स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सभी का औपचारिक स्वागत किया। तदुपरांत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंच पर आकर देश विदेश से जुड़े विद्यार्थियों, अभिभावकों, शिक्षकों और शिक्षाविदों को संबोधित करते हुए तनाव मुक्त होकर परीक्षा से निपटने के गुरुमंत्र दिए।
उनकी प्रमुख बातों में उन्होंने बताया कि हमे पहले से ही आने वाली परीक्षा या कार्य के लिए स्वयं को मानसिक रूप से तैयार करना चाहिए। घर पर लिखकर पढ़ने का अभ्यास कीजिए। समय से पूर्व परीक्षा कक्ष में पहुंच जाएं। वहां मस्त होकर खुशी का मौहाल बनाएं। आराम से पेपर पढ़े और ध्यान से समझें। अपने ऊपर भरोसा करके लिखिए। अभिभावकों को भी सहायक की भूमिका में होना चाहिए। जीवन में मजबूत बनने के लिए चुनौतियां बहुत आवश्यक है। चुनौतियों का सामना करना चाहिए। अभिभावक अपने बच्चों की तुलना न करें। बच्चों को भी दूसरों से नहीं बल्कि स्वयं से स्पर्धा करना चाहिए। अपने दोस्तों को साथ लेकर आगे बढ़ने का भाव होना चाहिए। पढ़ाई के साथ साथ शारीरिक खेल पर ध्यान देना जरूरी है। खेल से शरीर ऊर्जावान और स्वस्थ होता है। शिक्षकों की भूमिका के लिए उन्होंने बताया कि शिक्षकों को विषय से बाहर आकर छात्रों से जुड़ना चाहिए जिससे एक ऐसा नाता बनेगा जो बच्चों को हर तरह से सामर्थ्यवान बनाएगा जो उनका जीवन बदल देगा। कार्यक्रम के अंत में प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम देख व सुन रहे सभी को शुभकामनाएं देकर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।