दीपक ताम्रकार की ख़ास रिपोर्ट
सेवाजोहार (डिंडोरी) :– ग्राम चाँदरानी के ग्रामीणों ने गांव के उस युवक जिसे षड्यंत्र पूर्वक गांजा के केस में फसाया गया है,उसके समर्थन में उतरते हुए लिखित शिकायत मध्यप्रदेश की कैबिनेट मंत्री संपतिया उइके से लेकर डिंडोरी पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल से कर चुके है। ग्रामीणों की मांग पर जहाँ मंत्री संपतिया उइके ने जांच का भरोसा दिया है तो वही इस मामले में डिंडोरी एसपी अखिल पटेल ने एसडीपीओ डिंडोरी को जांच के आदेश दिए है। अब जांच के बाद कई ऐसे चेहरे बेनकाब होने के अनुमान लगाए जा रहे है,जिनकी साजिश के कारण युवक को फसाया गया है ।
शिकायत पत्र में उल्लेख है:- महिला रमनी बाई ने शिकायत पत्र में बताया है कि वह ग्राम चॉदरानी का स्थाई निवासी है और उसके पति राम किशोर एक कृष्क व्यक्ति है तथा उनके द्वारा ग्राम पंचायत चॉदरानी जनपद पंचायत समनापुर के रोजगार सहायक पद हेतु आवेदन किया गया था तथा ग्राम पंचायत चॉदरानी के वर्तमान रोजगार सहायक के द्वारा भी आवेदन प्रस्तुत किया गया था तथा मेरे पति रामकिशोर की शैक्षणिक योग्यता की प्रतिशत अधिक होने के पश्चात भी वर्तमान रोजगार सहायक की भर्ती किया गया है । जिसके संबंध में मेेरे के पति रामकिशोर के द्वारा उक्त भर्ती के संबंध मे उच्च न्यायालय जबलपुर मे याचिका / अपील प्रस्तुत किया गया है जिसका प्रकरण क. डब्लू पी. 29829 / 2023 है तथा उक्त याचिका / अपील प्रस्तुत करने पर वर्तमान राधेश्याम राजपूत पिता जगदम्बा सिंह रोजगार सहायक के द्वारा मुझे कहा गया कि 1,00,000 रू लेलो और अपना केश वापस कर लो कहा गया मेरे द्वारा मना करने पर रोजगार सहायक के द्वारा गाँजा व अन्य झूठा प्रकरण में फंसाने की धमकी दी गई थी।
एसडीओपी डिंडोरी के द्वारा जब भी जांच शुरू की जाएगी तो उन सभी कड़ियों को जोड़ा जाएगा जिसके कारण इस साजिश को अंजाम तक पहुँचाया गया है। अपने जीवन को खुशहाल रखने के लिए क्या किसी के जीवन को इस तरह से बर्बाद किया जा सकता है यह सोच का भी ग्राम चाँदरानी के ग्रामीण सहम जाते है। अब उन्हें आस है कि जल्द से जल्द इस पूरे मामले से पर्दा उठे और साजिश में शामिल लोगों को कड़ा दंड मिले।
यहाँ देखने वाली बात यह भी सामने आ रही है कि गांजा के केस में फ़साने के लिए जिन दो संदिग्धों का ऑडियो वायरल हो रहा है उनके पास सामने वाले को फ़साने के लिए अच्छी क्वालिटी से लेकर खराब क्वालिटी के 2 से लेकर 5 किलो गांजा आसानी से उपलब्ध करवाने की बात सुनी जा रही है,जिससे बखूबी अंजाम तक पहुँचाया भी गया और युवक को फसा कर समनापुर पुलिस से पकड़ाया गया,जिस पर समनापुर पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी अब बड़े सवाल उठने लगे है।
ऑडियो वायरल होने के बाद भी समनापुर पुलिस हाथ हाथ धरी बैठी हुई हैं,जिसके बाद जिले के जनप्रतिनिधियों में जिला पंचायत रुदेश परस्ते अब ग्राम चांदरानी के ग्रामीणों के समर्थन में कूद चुके है। गांजा की खेप जिले में कई सालों से आसानी से पहुँच रही हैं आरोपी पकड़े भी जा रहे है जिसका सबूत जिला जेल डिंडोरी है जहाँ ज्यादातर संख्या में गांजा केस के आरोपी है। अब एसडीओपी डिंडोरी की जांच में सही तथ्य सामने आएंगे तो यह पहला मामला होगा कि किसी युवक को फ़साने के लिए साजिशकर्ताओं के साथ कुछ कथित पुलिस कर्मियों की भी सहभागिता देखने को सामने मिलेगी ?