वरिष्ठ पत्रकार राजेश विश्वकर्मा
सेवाजोहार (डिंडोरी): – सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र समनापुर में पदस्थ अधिकांश सरकारी अमला अपनी संदिग्ध कार्यप्रणाली के चलते सुर्खियों में बना हुआ है, और यह संदिग्धता महज समनापुर तक ही सीमित नहीं है,बल्कि जिले के आला – अधिकारियों की संलिप्तता भी इस मामले में खुलकर सामने आने लगी है,ऐसा ही एक मामला आज पुनः आप सबके सामने है जिसमे रोशन रैदास बी सी एम समनापुर ने मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र समनापुर को पत्राचार कर किसी अप्रिय वारदात या षड्यंत्र की सूचना से अवगत कराया है।और तो और शासकीय अवकाश होने के चलते रोशन ने बकायदा इस पत्राचार का ई – मेल कलेक्टर डिंडोरी और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी को भी किया है।रोशन के मुताबिक उसने इसी तरह का पत्राचार 10/10/2023 को भी किया था,लेकिन संबंधितों ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया।अब आलम यह है की रोशन को कभी भी किसी गंभीर आरोप में फंसाया जा सकता है,यहां तक की जान एवं नौकरी जाने का अंदेशा भी रोशन ने बकायदा अपने पत्राचार में दर्शाया है।
बे – वजह बनाया जा रहा दबाव — रोशन ने किए गए पत्राचार में स्पष्ट तौर पर इस बात का जिक्र किया है की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को लेकर अखबारी सुर्खियों के चलते उस पर बेवजह दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है। जिस कारण वह मानसिक प्रताड़ना के दौर से गुजर रहा है। पत्राचार में रोशन ने इस बात का हवाला भी दिया है की उसे जानकारी प्राप्त हुई है की संबंधित दोषी कर्मचारियों द्वारा विभाग के कुछ अहम गोपनीय दस्तावेजों को बगैर सूचना का अधिकार आवेदन के ही सार्वजनिक कर दिया गया है।और सम्पूर्ण दस्तावेज प्रभार आरोपित संबंधित कर्मचारियों के पास हैं।संबंधित कर्मचारियों द्वारा शासकीय दस्तावेजों में हेर – फेर कर रोशन पर गबन का आरोप भी लगाया जा सकता है।
पहले भी किया था पत्राचार –– बता दें की रोशन ने मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ केंद्र समनापुर व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी को पहले भी दिनांक 10/10/2023 और 20/10/2023 को विभागीय कार्यप्रणाली के बारे में 10 बिंदुओं पर विस्तार से अवगत कराते हुए समस्या का निराकरण किए जाने की मांग की थी।जिसमे कार्यालयीन सोशल मीडिया ग्रुप में मैसेज करने से रोकना,बैठक हाल में ताला बंद कर देना , बैठक हाल में रखी सामग्री एवं कुर्सियों का चोरी होना, आशा कार्यकर्ताओं की बैठक में चाय – नाश्ते के लिए होटल वालों को मना करना एवं रोशन के खिलाफ भड़काना,वेंडरों की उधारी पर कार्यालय द्वारा चेक बुक एवं ई – वित्त का आई डी पासवर्ड रखने के बावजूद भुगतान का ना किया जाना, जिसके चलते वेंडर रोशन को टॉर्चर भी करते है, और ना जाने ऐसे ही कितनी महत्वपूर्ण बातों का जिक्र रोशन ने अपने किए पत्राचार में किया था,लेकिन मुख्य चिकित्सा आधिकारी का कानो मे जूं नहीं रेंगी।और अब तो समनापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के वर्तमान हालात देख यह अंदेशा सहज ही लगाया जा सकता है की प्रशासनिक महकमा और जिम्मेदार किसी हादसे के इंतजार में हैं।
बहरहाल जब हमने इस संबंध में प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डिंडोरी डॉक्टर रमेश मरावी से उनके मोबाइल फोन पर संपर्क स्थापित करने का प्रयत्न किया तो उन्होंने रिंग जाने के बावजूद फोन को रिसीव करना उचित नहीं समझा।