वरिष्ठ पत्रकार राजेश विश्वकर्मा
सेवाजोहार (डिंडोरी):- जिले के स्वास्थ्य विभाग द्वारा शत् प्रतिशत टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा जा रहा हैै। और इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए जगह जगह कोल्डचेन फोकल प्वाइंट भी बनाए गए है,जहां वैक्सिनो का संधारण किया जा सके। कोल्डचेन फोकल प्वाइंट में वैक्सिन संधारण हेतु विभिन्न व्यवस्थाएं बनाने के कार्यों को कोल्डचेन प्रभारी द्वारा कराया जाता हैं। जिसके तहत बिलों का भुगतान किया जाता है। और उससे पहले बिलों को कोल्ड चेन प्रभारी द्वारा अकाउंटेंट के समक्ष प्रस्तुत किया जाता हैं। लेकिन डिंडौरी जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र समनापुर में पदस्थ अकाउंटेट जो कि एमपीडब्ल्यू के द्वारा प्रस्तुत बिलों को जमा नहीं कर रही हैं, बल्कि एमपीडब्ल्यू पर भड़कते हुए उन्हें अस्वीकार भी कर रही हैं,क्यों …? यह जांच का विषय है।
क्या है मामला…? — दरअसल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र समनापुर में पदस्थ योगेंद्र पाठक एम पी डब्ल्यू द्वारा कोल्ड चेन में वैक्सीन रख रखाव हेतु किए गए कार्यों के बिलों को भुगतान के लिए ब्लाॅक अकाउंटेट के समक्ष प्रस्तुत किया था। उक्त ब्लाॅक अकाउंटेट ने बिलों को जमा तो नहीं किया, उल्टा उन बिलों को अस्वीकार कर दिया। जिसकी शिकायत एमपीडब्ल्यू पाठक ने सी बी एम ओ कार्यालय समनापुर एवं जिला टीकाकरण अधिकारी डिंडौरी से लिखित रूप से की है। शिकायत में योगेंद्र पाठक ने बताया है कि समनापुर कोल्डचेन फोकल प्वाइंट का प्रभार बीते 2 वर्षों से उनके पास है। जहां से वैक्सीन को टीकाकरण कैंप स्थलों तक पहुंचाने का कार्य किया जाता है। साथ ही कोल्ड चेन में वैक्सीन रख रखाव हेतु विभिन्न कार्य किए जाते है। कार्य उपरांत उक्त कार्यों के बिलों की भुगतान हेतु नोटशीट कोल्ड चेन प्रभारी द्वारा अकाउंटेट के समक्ष प्रस्तुत की जाती है। इस उपरांत भुगतान हेतु नोटशीट अकाउंटेट द्वारा प्रस्तावित की जाती है। बीते दिनों एमपीडब्ल्यू पाठक वैक्सीन रख रखाव हेतु किए गए कार्यों का बिल लेकर अकाउंटेट के समक्ष गए थे। तो अकाउंटेंट ने एमपीडब्ल्यू पाठक पर भड़कते हुए उनके बिलों को अस्वीकार कर दिया।साथ ही अकाउंटेंट ने गुस्से में यह भी कह दिया कि जिससे अनुमति लेकर आपने नोटशीट चलाई है उसी से भुगतान भी करा लो।
पूर्व में भी लग चुके हैं आरोप — शिकायत पत्र के मुताबिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र समनापुर में पदस्थ ब्लाक अकाउंटेट प्रत्येक बिल में कमीशन की मांग करती हैं। जो पूरी नहीं होने पर वह बिलों का भुगतान करने में अपनी मनमानी करती हैं। अकाउंटेट की यह मनमानी एमपीडब्ल्यू योगेंद्र पाठक के मामले के बाद स्पष्ट प्रदर्शित हो रही है। जिसमें बीपीएम की भी मिली भगत प्रदर्शित हो रही है। क्योंकि प्रत्येक कार्य के भुगतान की नोट शीट अकाउटेंट के माध्यम से बीपीएम के अवलोकन उपरांत ही वरिष्ठ अधिकारियों तक भुगतान हेतु पहुंचती हैं।
क्या होता है कोल्ड चेन फोकल प्वाइंट –– कोल्ड चेन फोकल प्वाइंट टीकों को निर्धारित तापमान पर संधारित करने का कक्ष होता है। जिसमें राष्ट्रीय से स्थानीय स्तर तक स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू रखने एवं टीकों के उचित भंडारण करने के कार्य किए जाते हैं। इन टीकों के वितरण का कार्य कोल्ड चेन फोकल प्वाइंट प्रभारी द्वारा टीकों के सुरक्षित रख रखाव के साथ साथ किया जाता है। एमपीडब्ल्यू पाठक ने अंदेशा जताया है कि अब यदि समय पर उक्त भुगतान नहीं किया जाएगा तो इससे विकासखंड क्षेत्र में प्राथमिक उपस्वास्थ्य केंद्र स्तर पर होने वाला टीकाकरण पूर्णतः प्रभावित होगा। साथ ही कोल्ड चेन में संधारित टीके भी सुरक्षित नहीं रहेंगे।लेकिन इस बात की चिंता न तो ब्लाक अकाउंटेट को है और न ही बीपीएम को है।
शिकायतें हुई लेकिन कार्रवाई नहीं — समनापुर में पदस्थ बीपीएम व ब्लाक अकाउटेंट के खिलाफ कई शिकायतें कलेक्टर से लेकर सीएमएचओ तक पूर्व में भी की जा चुकी हैं। लेकिन आज तक जिले स्तर से केवल जांच ही जा रही है। जिसका सीधा आशय यह है कि जिले के वरिष्ठ अधिकारी भी ब्लाक स्तर पर चल रही मनमानी व अवैध वसूली पर अंकुश लगाने के पक्ष में नहीं दिख रहे है। अब देखना यह होगा कि समनापुर में पदस्थ ब्लॉक अकाउंटेंट और बीपीएम के विरूद्ध कोई ठोस निर्णय जिले के अधिकारियों द्वारा कब तक लिया जाता है।