सेवाजोहार (डिंडोरी):– ग्रीष्मकालीन शिविर में आज के दिवस का प्रारंभ प्रतिदिनानुसार संस्था की साफ सफाई के पश्चात वीणावादिनी मॉ सरस्वती का पूजन संस्था के प्राचार्य बंशबहोर द्विवेदी,प्रवीण सोनकिया प्रधान पाठक एवं उपस्थित बच्चों एवं शिक्षक सहयोगियों ने ‘‘या कुन्देन्दु तुषारहार धवला या शुभ्रवस्त्रावृता या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना’’ के मंत्रोच्चार साथ किया गया । शिविर में उपस्थित बच्चों के साथ ‘‘ इतनी शक्ति हमें देना देता’’ प्रार्थना की गई । इसके पश्चात ग्रीष्मकालीन शिविर में उपस्थित बच्चों एवं शिक्षकों के साथ योग किया गया ।
शैलेन्द्र तिवारी के द्वारा ध्यान केन्द्रि करने हेतु 1 से 30 तक की संख्याओं में 3 के गुणज पर ताली बजाने गतिविधि बच्चों के साथ कराई गई जिसमें उपस्थित सभी शिक्षकों ने अपनी सहभागिता प्रदान की। लक्ष्मण परस्ते के द्वारा गेंद के माध्यम से ध्यान पर आधारित गतिविधियॉ कराई गई जिसमें सभी बच्चों एवं शिक्षकों ने उत्साहित होकर अपनी सहभागिता दी ।
शिविर के दूसरे सत्र में उपस्थित अन्य बच्चों ने आज मिट्टी से विभिन्न प्रकार के खिलौनो एवं मूर्तियों यथा – शकंर जी, गणेश जी, आलू, प्याज, भिंडी, टमाटर, केला, करेला, लौकी, कुम्हडा, आम, हाथी, कौआ, तोता एवं विभिन्न प्रकार के बर्तनों को बनाना सीखा । इसी प्रकार कुछ बालिकाओं ने अपनी रूचि के अनुसार मेंहदी की कोन तैयार कर मेंहदी लगाना सीखा ।
संस्था में उपस्थित शिक्षकों मूलचंद, रामचरण, मोहनी, शैलेन्द्र, लम्मू, चमरू, तरूणा, सुनीला ने बच्चों का मार्गदर्शन किया । आज के शिविर का समापन एक गतिविधि आधा फुल-आधा हॉफ के हुआ ।