डिंडोरी से दीपक ताम्रकार और बजाग से कमलेश पाठक की रिपोर्ट
सेवाजोहार (डिंडोरी/बजाग):- मध्य प्रदे एनसीश के आदिवासी जिला डिंडोरी में बीते दो दिनों पूर्व जिला कलेक्ट्रेट से कुछ ही दूरी पर स्थित एक बंगाली डॉक्टर की क्लीनिक पर उसे समय अफरा तफरी मच गई थी, जब जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए छापामार कार्रवाई कर लाखों रुपए की दवाइयां और इलाज की इंजेक्शन ,सीरिंज, बाटल को जप्त किया था । इस छापामार कार्रवाई से बंगाली डॉक्टर के क्लीनिक के भीतर मौजूद मरीजों में अफरा तफरी मच गई थी, हालांकि यह डॉक्टर बीते 30 सालों से पहले से प्रैक्टिस करता आ रहा है लेकिन डॉक्टर और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का ऐसा गठजोड़ था की कार्रवाई आज तक बड़ी नहीं हो पाई।
खैर यह तो हुई जिला मुख्यालय में कार्रवाई की बात ,लेकिन 48 घंटे बीत जाने के बाद भी बजाग जनपद मुख्यालय में बंगाली और झोला छाप डॉक्टरों की क्लीनिक पर कोई खास असर नहीं पड़ा यह डॉक्टर बड़े ही दिलेरी से अपनी क्लीनिक खोलकर मरीज को बोतल भी चढ़ा रहे हैं और इंजेक्शन भी लगा रहे हैं। जबकि इन्होंने अनुमति किसी दूसरी विधा से ली है ।
हैरत की बात तो यह है कि बजाग का बेबस और लाचार स्वास्थ्य अमला अपने जनपद मुख्यालय में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को बेहतर तरीके से संचालित तो कर नहीं पा रहा है और ना ही झोलाछाप डॉक्टर पर लगाम लगा रहा है। यही वजह है की बंगाली डॉक्टर और झोलाछाप डाक्टर बिना किसी प्रशासनिक खौफ के अपना क्लीनिक धड़ल्ले से चलाते नजर आ रहे है।
अब देखना होगा की सेवाजोहार में खबर लगने के बाद कब तक ऐसे डाक्टरों पर कड़ी कानूनी कार्यवाही होती है।