दीपक ताम्रकार की रिपोर्ट
आस्था को लेकर ऐसी लापरवाही,कही जान पर न पड़ जाए भारी!
सेवाजोहार (डिंडोरी ):- माह सावन का है और दौर भगवान भोलेनाथ पर जल चढ़ाने का। इसी के चलते देश भर के कई राज्यों में कावड़ियों द्वारा जल लेकर भगवान भोलेनाथ पर चढ़ाने के लिए आने और जाने की पूरी सुविधा,सुरक्षा की जिम्मेदारी जिला और प्रदेश शासन की है। लेकिन डिंडोरी जिले में यह दोनों नदारद दिखाई दिए है। कावड़िये बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ से गोपालपुर क्षेत्र पैदल चलकर अमरकंटक पहुँचते है और माँ नर्मदा का जल लेकर वापस गोपालपुर क्षेत्र के रास्ते वापस लौटते है।
लेकिन इस बार एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसमें सुरक्षा और सुविधा दोनों पर सवाल खड़े हो गए है। तस्वीर डिंडोरी जिला के गोपालपुर चौकी क्षेत्र की सिवनी नदी का हैं जिसमें एक बड़ा पुल निर्माणाधीन है वही आवागमन के लिए एक डायवर्सन मार्ग बनाया गया है लेकिन बीते 24 घंटो में तेज बारिश के चलते वह भी जलमग्न हो चुकी है। इसी दौरान अमरकंटक से जल लेकर कावड़िये लौट रहे थे और मार्ग बाढ़ के चलते डूबा दिखाई दिया बावजूद इसके एक दूसरे को सुरक्षा देते हुए कावड़िये बोल बम के जयकारे लगाते हुए जलमग्न मार्ग को पार कर पहाड़ी इलाके से गुजरते दिखाई दिए। इस घटनाक्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है और कावड़ियों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल भी पुलिस प्रशासन पर खड़े कर रहा है।
भगवान भोलेनाथ की भक्ति भाव में डूबे कावड़ियों को भी यह रिस्क कतई नहीं लेनी चाहिए और बल्कि अन्य लोगों को जान झोखिम में डालने से रोकना चाहिए। हालांकि डायवर्शन मार्ग पार करने के लिए कोई अप्रिय घटना नही घटी यह अच्छी बात रही। सेवाजोहार आप सभी से बार बार अपील करता है कि बाढ़ ग्रस्त पुल,पुलिया को पार न करें और अपना बहुत खयाल रखें।