सेवाजोहार (डिंडोरी ) : – मप्र के आदिवासी जिला डिंडोरी में ऐसे ढेरों मामले आपके सामने आए होंगे जिसमें आपने देखा होगा कि अपने किये काले कारनामों को ढकने के लिए लोग सामने वाले के खिलाफ झूठ की बुनियाद पर अनर्गल मामला मढ़ देते है,लेकिन जब जांच के बाद सच्चाई सामने आती है तब झूठ भी शर्मा जाता है। हम यह नही कहते है सभी बेईमान है पर जो ईमानदारी से काम कर भी रहा है तो उसकी झूठी शिकायत कर उसका मनोबल जरूर गिराने का काम इस दौर में किया जा रहा है। इसके पहले भी एक विभाग में लगभग 7 साल पूर्व महिला की झूठी शिकायत में एक अधिकारी का चरित्र हनन किया गया, लेकिन बाद में दूध का दूध और पानी का पानी हो गया था। लेकिन झूठी शिकायत के बाद मामला मीडिया में आने से अधिकारी का परिवार जरूर लज्जित हुआ था।
मामला डिंडोरी महिला बाल विकास विभाग से जुड़ा है,आरोप जिला कार्यक्रम अधिकारी पर लगा हैं,जिसकी कार्यप्रणाली से छोटे से छोटे और बड़े से बड़े जिले के अधिकारी वाकिफ हैं,लेकिन फिर भी आरोप तो आरोप हैं ? आरोप एक महिला अधिकारी ने लिखित तौर पर लगाया है कि उनके वरिष्ठ अधिकारी उनके खिलाफ जातिगत भेदभाव रखते है और आरोप यह भी लगा है कि यही भावना उनके कार्यालय में पदस्थ लिपिक से भी है ! अब सवाल यह उठता है कि सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था तो अचानक से जातिगत भेदभाव का मामला इस विभाग में कैसे आ गया ? क्या कोई बड़ा गड़बड़ झाला था जिसे दबाने के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी को टारगेट किया गया ताकि वह पुलिस से की गई शिकायत पर दबाव में आ जाये और मामला जांच का विभाग में ही शांत हो जाये ! बहरहाल तमाम शिकायतों की जांच अजाक थाना प्रभारी द्वारा की जा रही हैं,वही महिला अधिकारी द्वारा जो शिकायत जिला कार्यक्रम अधिकारी के खिलाफ की गई है वह सच है या झूठ इंतजार जांच होने तक करना पड़ेगा।
बहरहाल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस विभाग के कुछ ऑडियो और वीडियो लेन देन से जुड़े सामने आने के आसार हैं जिसका आमजन सहित जिले के अधिकारियों को बेसब्री से इंतजार हैं। लेनदेन के मामले को लेकर विभाग द्वारा जांच गंभीरता से की जा रही हैं !मामले में दबाव बनाने राजनीति भी शुरू हो सकती है।