मामला शहपुरा थाना के पडरिया गाँव में जबलपुर स्पेशल टाइगर स्ट्राइक फोर्स ऑपरेशन का
सेवाजोहार (डिंडोरी):- जबलपुर की स्पेशल टाइगर स्ट्राइक फोर्स और डिंडोरी फॉरेस्ट विभाग की संयुक्त टीम के द्वारा जिले के शहपुरा थाना क्षेत्र के पडरिया गाँव में बाघ के शिकारी और खाल की तस्करी करने वाले मोस्ट वांटेड आरोपित के घर पर छापामार कार्यवाही सोमवार की सुबह सुबह की गई थीं। जिसमें लगभग 4 करोड़ का मशरूका पकड़ाया हैं। इस कार्यवाही में आरोपितों के पास से लगभग एक टन गांजा,50 देशी बम,एक दर्जन रेसिंग बाइक,वन्य जीव को पकड़ने के लिये फंदे और धारदार हथियार बरामद किया गया हैं।
हमारे सूत्र यह भी बता रहे हैं कि इस बड़े ऑपरेशन में आरोपितों के घर से मोबाइल फ़ोन,बैंक पासबुक और कुछ नकदी रकम भी मिली हैं जिसका खुलासा टीम बाद में कर सकती हैं। आरोपितों के परिवार के सदस्यों के खाते किन किन बैंको में रहे हैं,कितनी राशि कहाँ कहाँ से डाली जाती रही हैं यह सभी जांच का विषय हैं वही आरोपितों का नेटवर्क कहा कहा हैं यह उनके मोबाइल में दर्ज नंबरों और कॉल डिटेल से टीम को आसानी से मिलने की संभावना हैं।सूत्र यह भी बता रहे है कि आरोपित इतने चतुर और चालक रहे हैं कि गांजे को बेचने के बाद मिली रकम अपने खाते में ट्रांसफर करवाते थे कुछ नकदी रकम ही वे अपने पास रखते थे जिसे वे जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल करते थे। बैंक पासबुक और मोबाइल में ही आरोपितों का नेटवर्क हैं सघनता से जांच में हर राज खुलेगा ।
संयुक्त टीम के आते ही भागे : सूत्र की माने तो आरोपित बगैर जूते उतारे ही पक्के मकान के बाहर बने पन्नी के तंबू में सोते थे ताकि उन्हें बचने के लिए कोई समय व्यर्थ न गवाना पड़े। वहीं महँगी रेसिंग बाइक में चाबी हर समय लगी रहती थी ताकि चाबी को खोजना न पड़ें। वो तो सुबह सुबह जॉइंट ऑपरेशन में हल्का अंधेरा का समय था और आरोपितों को टीम की मौजूदगी की भनक लग गई थी कोडवर्ड में चिल्लाकर वे अंधेरे का फायदा उठाकर आरोपित पैदल दौड़कर भागने में कामयाब हो गए।
जबलपुर में स्पेशल टाइगर स्ट्राइक फोर्स के भोपाल एसपी राजेश सिंह भदौरिया ने प्रेस वार्ता आयोजित कर जानकारी दी हैं कि आरोपित मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़,महाराष्ट्र में टाइगर का शिकार करते थे और खाल की तस्करी करते थे। आरोपितों के द्वारा उड़ीसा से छत्तीसगढ़ के रास्ते मध्यप्रदेश के बॉर्डर इलाके में गांजा छिपाया जाता था उसके बाद वे उसे बेचते थे।