जनसुनवाई में प्राप्त हुए 62 आवेदन, ग्राम पंचायतों में आयोजित हुई जनसुनवाई
सेवाजोहार (डिंडोरी):-कलेक्टर नेहा मारव्या ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जनसुनवाई आयोजित कर लोगों की समस्याएं सुनी। आवेदकों द्वारा विभिन्न समस्याओं से संबंधित 62 आवेदन प्रस्तुत किये गए जिनका त्वरित निराकरण किया। जिन आवेदन पत्रों का निराकरण नहीं हो पाया उनके लिए आवेदकों को समय सीमा दी गई। जनसुनवाई में एसडीएम डिंडौरी भारती मेरावी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। आयोजित जनसुनवाई में ग्राम पंचायत देवरा अंतर्गत ग्राम बिचारपुर के निवासियों ने बताया कि गांव में लगे ट्रांसफार्मर की क्षमता कम होने से बिजली बार-बार ट्रिप हो रही है। इस कारण बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है और न ही लोग घरों में बिजली की सुविधाओं का लाभ उठा पा रहे हैं। ग्रामीणों ने मांग की कि जल्द से जल्द नया ट्रांसफार्मर लगाया जाए ताकि विद्युत आपूर्ति सुचारू हो सके।
कलेक्टर ने विद्युत विभाग के अधिकारी को उक्त समस्या का जल्द निराकरण करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार से विकासखंड करंजिया के आदर्श ग्राम बगड़बरी के लोगों ने बताया कि गांव में मार्च महीने से पीने के पानी की भारी समस्या बनी हुई है। हैंडपंप भी खराब है और ग्रामीणों को दूसरे गांवों से पानी लाना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने तत्काल टैंकर से पानी की व्यवस्था और बोरवेल खुदाई की मांग की। ग्राम बालपुर निवासी ममता बघेल ने अपनी पुत्री की गुमशुदगी की रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं होने की शिकायत की। उन्होंने बताया कि 17 मार्च से उनकी पुत्री लापता है और थाने में कई बार रिपोर्ट के बावजूद अब तक कोई खोजबीन नहीं हुई है। ग्राम औरई निवासी आवेदक भानसिंह ने उनकी पत्नि की मृत्यु हो जाने पर संबंल योजना का लाभ दिलाने की मांग की।
साकेत नगर डिंडौरी निवासी आवेदिका आरती तिवारी ने आवेदन प्रस्तुत कर बताया कि वह ह्रदय रोग से पीड़ित है, डॉक्टर ने उसे सर्जरी कराने की सलाह दी है, जो अत्यंत आवश्यक है। आवेदिका ने सर्जरी हेतु आर्थिक सहायता की मांग की।कलेक्टर नेहा मारव्या ने सीएमएचओ को आवेदिका को संबंधित योजनाओं का लाभ दिलाकर सर्जरी कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जनसुनवाई में प्राप्त सभी आवेदनों पर त्वरित कार्यवाही हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
ग्राम पंचायतों में आयोजित हुई जनसुनवाई
कलेक्टर नेहा मारव्या के निर्देशानुसार ग्राम पंचायतों में भी आज जनसुनवाई आयोजित की गई। जिसमें विभिन्न विभागों से संबंधी आवेदन प्राप्त हुए, प्राप्त आवेदन का निराकरण किया गया, जिन आवेदनों का तत्काल निराकरण संभव नहीं था, उसके लिए आवेदकों को समय-सीमा दे दी गई है।