सेवाजोहार (डिंडोरी):- कांग्रेस पार्टी अपने संगठन को ओर भी ज्यादा मजबूत करने के लिए अब नए सिरे से संगठन में बदलाव करने जा रही हैं,इसी कड़ी में कांग्रेस द्वारा संगठन सृजन कार्यक्रम प्रारंभ किया गया हैं। संगठन सृजन कार्यक्रम के तहत ग्राम से लेकर ब्लॉक और ब्लॉक से लेकर जिला तक के अध्यक्ष और पदाधिकारी मनोनीत किए जायेगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मंशा रही हैं कि अब गांव से कांग्रेस को मजबूत किया जाएगा जहां पदाधिकारी जमीनी स्तर पर तैयार किए जाएंगे जो संगठन को न सिर्फ मजबूत करेंगे बल्कि चुनाव के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। वही बता अगर डिंडोरी जिला अध्यक्ष पद की करें तो इस बार 13 दावेदारों ने अध्यक्ष पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की हैं,इन 13 दावेदारों में कौन कितना पकड़ जमीनी रखता हैं यह तो जमीनी कार्यकर्ता ही बता सकते हैं। बात अगर वर्तमान जिलाध्यक्ष की करे तो उनके नाम कोई खास उपलब्धि कांग्रेस पार्टी के लिए जिला स्तर से नहीं दिखाई दी फिर भी यह कांग्रेस संगठन को तय करना हैं।
अध्यक्ष पद के 13 दावेदार:- अशोक पड़वार,शिवराज सिंह ठाकुर,श्रीमती संतोषी साहू,रमाकांत साहू,लोकेश पटेरिया,अमित गुप्ता,राजेंद्र कुमार गुप्ता,रेवा प्रसाद झरिया,अयोध्या सिंह बिसेन,संतोष मरकाम,अमित कछवाहा,रामजी साहू,महेंद्र कुमार परस्ते के नाम शामिल हैं।इनमें पति पत्नी भी शामिल हैं जिन्होंने कांग्रेस जिला अध्यक्ष पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की हैं।हालांकि महिला नेत्री संतोषी रामजी साहू एक अकेली महिला दावेदार हैं,जिन्होंने अध्यक्ष पद के लिए आवेदन किया हैं।
योग्य दावेदार की तलाश : कांग्रेस पार्टी को डिंडोरी जिले में संगठन को मजबूत करना हैं तो योग्य दावेदार को जिलाध्यक्ष का ताज पहनाना पड़ेगा। ऐसा योग्य दावेदार जो जमीनी स्तर के कार्यकर्ता को लेकर चले,उनके सुख दुख में खड़ा हो,उनकी समस्या को ध्यान में रखें,धार्मिक,सामाजिक और राजनैतिक क्षेत्र में खासी पकड़ हो,हर धर्म,समाज और वर्ग को साथ में लेकर चले। क्योंकि यही सब चीजें आने वाले वर्षों में होने वाले ग्राम,नगर,विधानसभा और लोकसभा चुनावों में खासे मायने रखेंगी।
किसका पलड़ा भारी होगा :- डिंडोरी जिला अध्यक्ष का पद एक ऐसा पद होगा जो आने वाले चुनावों में किसे सीट देनी है वह नाम तय करने वाला पद होगा,इसी लिए डिंडोरी और शहपुरा जो दो विधानसभा सीट हैं,इनमें डिंडोरी विधायक ओमकार सिंह मरकाम और पूर्व विधायक भूपेंद्र मरावी इन दोनों नेताओं के चहेतों ने जिला अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी की हैं,अब देखना होगा कि 13 दावेदारों में किसके नाम पर संगठन की मुहर जिलाध्यक्ष के लिए लगाई जाती हैं,कौन योग्य होगा जिसे अध्यक्ष पद की बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी।
आदिवासी चेहरा भी दौड़ में शामिल :- इस बार डिंडोरी कांग्रेस जिला अध्यक्ष के लिए जिन 13 दावेदारों ने अपनी दावेदारी पेश की हैं उनमें कुछ नाम आदिवासी समाज से भी हैं,इनमें शिवराज सिंह ठाकुर,संतोष मरकाम,महेंद्र परस्ते शामिल हैं। यह माना जा रहा हैं कि जिस तरह से आदिवासी समाज जो कि दोनों विधानसभा डिंडोरी और शहपुरा में बड़ी संख्या में वोट बैंक हैं उसे साधने के लिए भाजपा ने आदिवासी समाज से जिलाध्यक्ष चमरू सिंह नेताम को अध्यक्ष पद की कमान सौंपी हैं उसे भेदने के लिए कांग्रेस पार्टी भी आदिवासी चेहरे पर दाव लगा सकती हैं ताकि हिसाब बराबर हो,फिलहाल कयास ही लगाए जा सकते है,भविष्य के लिए तब तक थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता हैं जब तक नाम तय नहीं हो जाता।
जावेद इकबाल ने बनाई दूरी : सबसे हैरान करने वाली बात तो यह रही हैं डिंडोरी कांग्रेस जिला अध्यक्ष पद के लिए डिंडोरी ब्लॉक अध्यक्ष जावेद इकबाल ने दावेदारी नहीं की और न ही आवेदन किया,सेवाजोहार की टीम ने जावेद इकबाल से संपर्क किया तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि और लोगों को मौका मिले इसी लिए मैंने आवेदन नहीं किया,सूत्र बताते है कि वरिष्टता के आधार पर सबसे पहले दावेदार जावेद इकबाल ही माने जा रहे थे,जिनको लेकर सोशल मीडिया में कई पोस्ट समर्थन वाली की गई,लेकिन उन्होंने सभी कयासों को विराम लगा दिया हैं।
इनका कहना है:-
अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस का निष्ठावान कार्यकर्ता होना चाहिए,आपराधिक प्रवृति का नहीं होना चाहिए,सक्षम होना चाहिए मानसिक और आर्थिक स्थिति से।पहले जिला अध्यक्ष नियुक्त होगा फिर ब्लॉक और ग्राम जाएंगे ऑब्जर्वर,जिम्मेदारी ज्यादा लोगों को दी जाए ताकि भार एक पर न और यही पार्टी की मंशा हैं।
गुरुदयाल सिंह बंजारे,डिंडोरी कांग्रेस पर्यवरक्षक