सेवाजोहार (डिंडोरी):- मध्यप्रदेश के आदिवासी जिला डिंडोरी से वैसे तो होनहार कलाकारों की कमी नहीं हैं ,लेकिन अलग अलग आधुनिक विद्या में अब युवा अपनी ऊर्जा लगाने का प्रयास करने निकल पड़े है। इसी कड़ी में सतपाल सिंह पंद्राम (सत्या परधान) जिला डिंडोरी के ग्राम चिचरिंगपुर से है , इन्हें कला और संस्कृति से बेहद लगाव है, वह हाल ही में ग्रीन हब फैलोशिप पूर्ण किया है, जिसमें आदिवासी युवाओं के लिए एक कार्यक्रम है जो पर्यावरण संरक्षण, सतत आजीविका और सामाजिक परिवर्तन में शामिल होने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए वीडियो को एक माध्यम के रूप में उपयोग करता है। ग्रीन हब वन्यजीव, स्वदेशी ज्ञान और जैव विविधता से संबंधित कार्यों के लिए एक युवा और समुदाय-आधारित डिजिटल संग्रह भी है।
सतपाल सिंह पंद्राम पहले समुदाय और प्राकृतिक सौंदर्यता के छोटे छोटे वीडियो बनाकर को लोगों तक पहुंचाते थे और इन सभी कामों को देखते हुए जिला प्रशासन के साथ इन्हें कॉलेब्रेशन करके काम करने का मौका मिला। साथ ही इन्हें 2023 – 24 के विधानसभा और लोक सभा चुनावों में स्वीप आइकन भी बनाया गया और सम्मानित भी किया गया है। वह राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक के रूप में रहकर काम करना उनको समाज और पर्यावरण की ओर और प्रेरित किया है।
वह बताते हैं कि ग्रीन हब फैलोशिप 1 साल की फैलोशिप मात्र नहीं है, इसमें युवा जुड़कर बेहतर भविष्य की कल्पना को साकार करने के लिए ठोस कदम उठाते हैं चाहे वह मीडिया के माध्यम से ही क्यों ना हो । वह फैलोशिप के बाद अब समुदाय के संस्कृति और पर्यावरण के लिए काम और फ़िल्में बनाना चाहता है।
उमा वालाड़ी डिंडोरी ज़िले के समनापुर से हैं। फ़िल्म निर्माण, ख़ास तौर पर सिनेमैटोग्राफी और एडिटिंग, मेरा जुनून है और मैं एक अच्छी फ़िल्म निर्माता बनना चाहती है।” और यह भी समुदाय के साथ पर्यावरण के लिए काम और फ़िल्में बनाना चाहती हैं।