डिंडोरी :- आगामी विधानसभा चुनाव 2023 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ने को तैयार वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते ने डिंडोरी जिला मुख्यालय में सत्याग्रह जनआक्रोश आंदोलन रखा। इस सत्याग्रह जनआक्रोश आंदोलन में शामिल होने जिला मुख्यालय सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण रानी अवंतीबाई चौक स्थित बस स्टैंड पहुँचे। शायद आंदोलन में इतनी बड़ी संख्या में पहुँची विशाल भीड़ के आने का अनुमान न तो जिला व पुलिस प्रशासन को था और न ही भाजपा और कांग्रेस पार्टी के नेताओ को। आंदोलन इस्थल में मौजूदा भीड़ की मौजूदगी बया करने के लिए काफी है कि जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते का जनाधार बीते दिनों से ज्यादा मजबूत और बढ़ा है जो आने वाले चुनाव में जरूर प्रतिद्वंदी पार्टी को सख्ते में डाल सकती है।
यह है सत्याग्रह जन आक्रोश आंदोलन के बड़े मुद्दे
जल – जल आपूर्ति को लेकर अमृत सरोवर में हुए भ्रष्टाचार ,ग्रामीण क्षेत्रों में पीने के पानी की समस्या।
जंगल – शासन के द्वारा जंगल की कटाई किए जाने पर रोक,वन अधिकार पट्टा वितरण।
जमीन – बांध के नाम पर विस्थापन का विरोध- 1,विट्ठल देव बांध डिंडोरी सिवनी नदी मध्यम सिंचाई परियोजना,2, शोभापुर बांध अपर नर्मदा सिंचाई परियोजना, अण्डई डूंगरिया बांध खरमेर नदी मध्यम सिंचाई परियोजना।
शिक्षा – छात्रवृत्ति ,गणेश, स्मार्ट क्लॉस घोटाला, विद्यालय भवन मरमती करण घोटाला, सीएम राइस विद्यालय में घोटाला, विद्यालय में शिक्षकों की कमी।
स्वास्थ्य – अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी, दवाई घोटाला ,अस्पतालों की स्थिति मुक्तिधाम जैसी।
कनून – अवैध शराब बिक्री,आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार।
इस आंदोलन में पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष वीरेंद्र बिहारी शुक्ला,आदिवासी समाजसेवी हरी सिंह मरावी,जिला पंचायत उपाध्यक्ष अंजू ब्यौहार,हीरा देवी परस्ते,रमेश राजपाल,शक्ति परस्ते,कूड़ा सरपंच वैभव कृष्ण परस्ते हित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि मंच में दिखाई दिए।