दीपक ताम्रकार की खास रिपोर्ट
शहपुरा से भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों ने भरा नामांकन पत्र,जीत को लेकर कही बड़ी बातें।
डिंडोरी : मप्र के आदिवासी जिलों में से एक डिंडोरी जिले की वैसे तो दोनों सीटे बेहद ही महत्वपूर्ण मानी जा रही है जिनमें शहपुरा और डिंडोरी शामिल है। दोंनो सीटों में भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेता चुनावी मैदान में फिर से ताल ठोकने जनता के बीच जाने को बेकरार हैं इनमें भाजपा के ओमप्रकाश धुर्वे जो राष्ट्रीय मंत्री है तो वही कांग्रेस के विधायक ओमकार सिंह मरकाम जो पूर्व मंत्री कमलनाथ सरकार में रह चुके है।
डिंडोरी जिले की विधानसभा क्षेत्र 103 शहपुरा की करें तो यहाँ सीधा मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। जहाँ भाजपा से प्रत्याशी ओमप्रकाश धुर्वे है तो वही शहपुरा से कांग्रेस प्रत्याशी भूपेंद्र मरावी। वैसे तो वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से नए चेहरे के रूप में मैदान में उतरे भूपेंद्र मरावी ने भाजपा के ओमप्रकाश धुर्वे को 30 हजार से अधिक मतों से हरा शहपुरा विधानसभा में कब्जा किया था जिसके बाद दोनों पार्टी ने एक बार फिर उसी दोनों चेहरे को अपना प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है। दोनों प्रत्याशियों ने आज अपना नामांकन फार्म जमा किया है और जीत के लिए उत्साहित है। जानकारों की माने तो इस बार के विधानसभा चुनाव में शहपुरा सीट के लिए चुनावी महासंग्राम होने वाला है क्योंकि दोनों ही प्रतिद्वंदी प्रत्याशी जीत के लिए कड़ा संघर्ष करने मैदान में उतर चुके है और दोनो के बयानों से भी यह साफ झलक रहा है।
भाजपा प्रत्याशी ओमप्रकाश धुर्वे ने मीडिया को दिए बयान में कहा है कि पिछले चुनाव में वे जितने वोट से हारे थे इस बार उसके दो गुने मतों से जीत हासिल करेंगे और सरकार प्रदेश में भाजपा की बनेंगी,पिछली बार कांग्रेस ने जनता को गुमराह की था जिससे जनता बहक गई थी लेकिन कांग्रेस सरकार के 15 महीनों के कार्यकाल में वादे सब झूठे साबित हुए इस बार जनता कांग्रेस को सबक सिखाएगी। वही कांग्रेस प्रत्याशी भूपेंद्र मरावी ने कहा है कि इस बार आप सभी रिजल्ट देखना ,इस बार वोट का इजाफा शहपुरा विधानसभा में पिछले चुनाव से अधिक होगा हम 34 हजार से ज्यादा 64 हजार मतों से जीतेंगे।
बहरहाल दोनों प्रत्याशी अपनी अपनी जीत का दावा भले ही कर रहे हो,लेकिन तय जनता को करना है कि 5 साल के कार्यकाल से वह खुश है या निराश।