अपर नर्मदा राघवपुर बहुउद्देश्यीय परियोजना प्रभावित किसान संघर्ष मोर्चा डिंडोरी अनूपपुर के बैनर तले होगा आयोजन।
सेवाजोहार(डिंडोरी):– मध्यप्रदेश का डिंडोरी ,मंडला जिला तथा अनुपपुर जिले का पुष्पराजगढ़ विकासखण्ड पूर्णतः पांचवी अनुसूची के तहत अनुसूचित क्षेत्र है, इन क्षेत्रों में पंचायत क्षेत्र विस्तार अधिनियम के तहत पेसा कानून भी लागू है। इसका मतलब साफ है कि संविधान ने अनुसूचित क्षेत्रों के लिए विशेष प्रावधान के साथ ही विशेष कानून प्रभावशील है। वर्तमान में अपर नर्मदा परियोजना, राघवपुर बहुउददेशीय परियोजना, बसनियां बहुउददेशीय परियोजना का वर्चुअल भूमि पूजन शिलान्यास 29 फरवरी 2024 को प्रधानमंत्री के द्वारा किया गया है। विगत कई वर्षों से किसान संघर्ष मोर्चा के तात्वाधान में इन परियोजनाओं को निरस्त किए जाने का प्रस्ताव शासन प्रशासन को भेजा गया है, न्यायालयीन कार्यवाहियां भी लंबित है। इसके बावजूद लाखों आदिवासी एवं परंपरागत आदिवासी परिवारों को विस्थापन का दंश झेलना पड़ सकता है। समाज की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, बोली भाषा, जैव विविधता, धार्मिक आस्था केन्द्र सब नष्ट हो जायेगी। जल जंगल जमीन जीवन तथा लोगो की आजीविका तबाह हो जायेगी। नर्मदा नदी विश्व की एक मात्र नदी है, जिसकी परिक्रमा की जाती है, इसके दोनो तटों पर अमरकंटक से लेकर भडूच गुजरात तक दोनो तटों में अधिकांश आदिवासी समुदाय रहता है, जो इसकी आस्था और शुद्धता को बनाए हुए है, जंहा जंहा पर नर्मदा नदी के पास शहरी करण पर्यटन बनाया गया वंहा वंहा पर प्रदूषित किया जा रहा है, अपर नर्मदा के बनने से नर्मदा के उदगम क्षेत्र पर प्रभाव पड़ेगा, अमरकंटक से लेकर जबलपुर तक चार बड़े बांधों के निर्माण से भूगर्भीय हलचल होगी भूकंप का खतरा होगा, क्योंकि यह भूकंप क्षेत्र घोषित है। 10 हजार परिवार बेदखल होंगें इसका मतलब लगभग एक लाख व्यक्ति विस्थापन होगा, इतने बड़े पैमाने पर लोगों का पुर्नवास कंहा होगा इसका कोई निर्धारण नहीं है, इन क्षेत्रों में आदिवासी के हितों में बनाए गए कानूनों का क्रियान्यवयन भी सही तरीके तरीके से नहीं किया जा रहा है, चाहे वह पेसा कानून हो अथवा वन अधिकार मान्यता कानून आदिवासी अपने आपको ठगा महसूस कर रहा है।
अतः उपरोक्त समस्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए 06 मार्च 2024 दिन बुधवार को इन मुददों को लेकर जन संवाद – महापंचायत डिण्डौरी जिला मुख्यालय में आयोजित किया गया है, उक्त महापंचायत में क्षेत्र के समस्त जनप्रतिनिधिगण, सरपंच, पेसा अध्यक्ष, जनपद एंव जिला पंचायत सदस्य, विधायक, सांसद, सामाजिक संगठन समाजसेवी, समस्त राजनैतिक दल के प्रतिनिधि, बुद्धिजीवीगण उपस्थित होंगें, आप सभी ग्रामवासियों से अनुरोध है कि अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर जनसंवाद महापंचायत को सफल बनाने में किसान संघर्ष मोर्चा को सहयोग प्रदान करने अपील की गई है।