वरिष्ठ पत्रकार राजेश विश्वकर्मा व दीपक ताम्रकार
2014 के बाद 2024 में फिर आमने – सामने फग्गन सिंह और ओमकार
सेवाजोहार (डिंडोरी) :- छात्र जीवन से ही राजनीतिक सफर का आगाज करने वाले क्षेत्रीय विधायक ओमकार सिंह मरकाम एक बार पुनः मंडला संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव को लेकर सुर्खियों में हैं, क्या इस बार वह भाजपा का गढ़ बन चुके मंडला संसदीय क्षेत्र में सेंधमारी करने में कामयाबी हासिल कर पाएंगे यह बड़ा सवाल है जो भविष्य के गर्त में है ! बात अगर वर्ष 2014 की करें तो भाजपा सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते के आगे वे टांय – टांय फिस्स्स साबित हुए थे क्यों की तब कुलस्ते ,ओमकार मरकाम पर खासे भारी पड़े थे और लगभग 110469 मतों से करारी शिकस्त दी थी। बहरहाल अब तो चुनावी बिगुल भी बज चुका है और प्रदेश में चार चरणों में चुनाव होने है।ऐसे में राजनीतिक विश्लेषक चुनावी पंडित भी गणित भिड़ाने में लग चुके है और अपनी डफली – अपना राग का दौर आरंभ हो चुका है।
बता दें की मंडला संसदीय क्षेत्र चार जिलों की आठ विधानसभाओं से सुसज्जित है,जिसमे मंडला जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र मंडला,निवास, बिछिया और डिंडोरी जिले के दो विधानसभा क्षेत्र डिंडोरी ,शहपुरा के अलावा सिवनी जिले के दो विधानसभा क्षेत्र केवलारी और लखनादौन एवं नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव विधानसभा आती है।
ओमकार और कुलस्ते फिर आमने – सामने
मंडला संसदीय क्षेत्र से यह दूसरी दफा है जब डिंडोरी के कांग्रेस विधायक ओमकार मरकाम और मंडला संसदीय क्षेत्र के सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते वर्ष 2014 के बाद एक बार फिर आमने – सामने होंगे। बता दें की ओमकार मरकाम ने अपने राजनीतिक सफर का आगाज छात्र जीवन में ही कर दिया था,और महत्वपूर्ण पदों को सुशोभित करते वर्ष 2008 में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ते हुए भारी अंतर से जीत दर्ज की थी ,और तब से लेकर आज तलक वह लगातार चार बार क्षेत्र की जनता – जनार्दन का मत हासिल करने में कामयाब रहे है।ओमकार मरकाम के आदिवासी नेतृत्व को देखते हुए इन्हे राहुल गांधी का खासम खास भी बताया जाता है, संभवतः इसी के चलते उन्हें विगत वर्ष कांग्रेस पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति में बतौर सदस्य शामिल किया गया था। तो वहीं मध्यप्रदेश के मंडला निर्वाचन क्षेत्र से देश की संसद में स्थान बनाने वाले भाजपा नेता फग्गन सिंह कुलस्ते ने 1996 से 2009 तक मंडला संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और फिर कांग्रेस के बसोरी सिंग मसराम से हारने के बाद वर्ष 2012 में राज्य सभा के लिए चुने गए और 2014 में कांग्रेस के ओमकार मरकाम को हराने के बाद आज तलक काबिज है,और इसी बीच आप केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री एवं केंद्र में ही ग्रामीण विकास और इस्पात राज्य मंत्री का दायित्वों का निर्वाहन भी करते रहे हैं।
2,097,051 मतदाताओं के हाथों में प्रत्याशी का भाग्य
आपके लिए यह जानकारी भी आवश्यक है की मंडला संसदीय क्षेत्र के चारो जिलों की आठों विधानसभाओं में 2,097,051 मतदाताओं के हांथ में प्रत्याशियों का भाग्य है,जो समीकरण बनाने और बिगाड़ने में महारथ हासिल रखते है।सबसे पहले हम चलते है मंडला विधान सभा जहां 136947 महिला मतदाता है, तो वही 1,33,9290पुरुष मतदाता और 02 थर्ड जेंडर, निवास विधान सभा से 136268 महिला मतदाता,131755 पुरुष मतदाता व 01 थर्ड जेंडर,मंडला जिले की ही बिछिया विधानसभा से 133233 महिला मतदाता,129233 पुरुष मतदाता और 01थर्ड जेंडर । अब चलते है डिंडोरी जिले की ओर जहां डिंडोरी विधानसभा क्षेत्र से 125513 महिला मतदाता,123,932 पुरुष मतदाता और 10 थर्ड जेंडर,इसी प्रकार शहपुरा विधानसभा से 135434 महिला मतदाता,134884 पुरुष मतदाता व 01 थर्ड जेंडर । और यदि बात करें सिवनी जिले के विधानसभा क्षेत्र लखनादौन की तो यहां 146263 महिलाए और 150987 पुरुष मतदाताओं के साथ 03 थर्ड जेंडर मतदाता भी शामिल है,और केवलारी विधानसभा की बात की जाए तो 129514 महिला मतदाता,131961 पुरुष मतदाता व 03 थर्ड जेंडर मतदाता है। और अंततः नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव विधान सभा की बात की जाए तो यहां 105768 महिला मतदाता ,111415 पुरुष मतदाता और 04 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल है।
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