वरिष्ठ पत्रकार राजेश विश्वकर्मा
डिंडोरी (सेवाजोहार): – शासन के निर्देशानुसार यदि किसी भी शासकीय कार्यालय में अधिकारियों के लिए वाहन की आवश्यकता होती है ,तो उसके लिए बकायदा नियमो का पालन करते हुए सबसे पहले मांग पत्र रखा जाता है,फिर स्वीकृति मिलने पश्चात किसी भी राष्ट्रीय अखबार में निविदा प्रकाशन किया जाता है,और फिर सबसे कम निविदा दर पर वाहन लगा लिया जाता है।इसके बाद बकायदा वाहन को लॉग बुक तैयार की जाती है ,जिसमे अधिकारी के आने – जाने सहित दूरी का संपूर्ण विवरण होता है,लेकिन सूत्र बता रहे है की लोक निर्माण विभाग में पदस्थ कार्यपालन यंत्री के पास जो स्कॉर्पियो वाहन एम पी 52 टी ए 1068 लगा रखा है उसकी लॉग बुक मेंटेन नहीं की जा रही ,क्यों ..? इसका जवाब कार्यपालन यंत्री के पास भी नहीं है ,कैसे ..? यह हम आपको बताते हैं।
साहब की मनमानी जारी है – दरअसल नाम का उल्लेख ना किए जाने की बात पर सेवा जोहार को एक विभागीय कर्मी ने ही बताया की उक्त वाहन की लॉग बुक मेंटेन नहीं हो रही और विभागीय दौरे के नाम पर कार्यपालन यंत्री मलाई सूट रहे है,तो हमारे द्वारा लगभग 3 माह पूर्व एक सूचना का अधिकार लगाकर जानकारी चाही गई,जिसके लगते ही कार्यपालन यंत्री और अनुविभागीय अधिकारी डिंडोरी के माथे पर चिंता की लकीरें देखी जाने लगी। अधिनियम के नियमानुसार एक निश्चित समयावधि में हमे निर्धारित शुल्क जमा करने पत्र भी जारी किया गया,जिसमे हमारे द्वारा निर्धारित समय में राशि जमा भी कर दी गई।लेकिन राशि जमा करने उपरांत भी जब कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई तो हमने संबंधित कर्मियों से संपर्क साधा तब कहीं बमुश्किल जानकारी तैयार हो पाई,लेकिन उसमे भी सत्यापन नही था,जिसे लेकर विभागीय कर्मी तरह – तरह की बहाने बाजी करते नजर आए, जिसमे कार्यपालन यंत्री के भरोसे मंद सेवा निवृत बाबू भी शामिल थे। फिर बाबुओं की जमात में से ही एक विभागीय कर्मी ने बताया की लॉग बुक मेंटेन नहीं हो रही है,इसलिए कार्यपालन यंत्री के इशारे पर जानकारी प्रदाय करने में हीलाहवाली की जा रही है। बहरहाल इस पूरे मसले पर हमने कार्यपालन यंत्री से भी चर्चा की और वह अब इससे बचाव को लेकर अपील में जाने की बात कर रहे है।मतलब साफ है की यदि आपको लोक निर्माण विभाग डिंडोरी से सूचना का अधिकार के तहत कोई जानकारी प्राप्त करनी है तो आपको ऐसी चोटी की जोर आजमाइश करनी पड़ेगी।
वैसे इस मामले की शीघ्रता से जांच करना चाहिए ताकि लीपापोती में माहिर कार्यपालन यंत्री कोई नया कारनामा न करदे।