सेवाजोहार (डिंडोरी):- जिले के वन परिक्षेत्र करंजिया सामान्य के अन्तर्गत वन ग्राम खारीडीह दलदल कपोटी, ऊफरी ,बगंलादादर ,सोनतीर्थ ,चौरादादर, बिजोरी लगभग इस परिक्षेत्र करंजिया पूर्व के समस्त बीटों पर पिछले लगभग दो महीनों से राजस्थान से आए बड़ी संख्या में ऊट,भेड़, बकरी लेकर आए लोग डेरा जमाए हुए है। ये लोग अपने इन जानवरों को भरपूर जंगल में चरा रहे हैं जिससे जंगलों में पेड़ पौधों को भारी नुक़सान हो रहा है । यह सब जंगल विभाग की मिलीभगत से हो रहा है। इन जानवरों के चरने से जो जंगल के नए पौधे हैं वो दोबारा बढ़ नहीं पाते है जिससे जंगलों का बहुत नुक्सान होता है। इसको लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों में खासा आक्रोश पनप रहा है। जानकारी अनुसार बारिश के मौसम में बड़ी संख्या में चरवाहे ऊट, भेड़ और बकरी चारे की तलाश में डिंडोरी जिले की हरियाली को अपना ठीहा बनाए हुए है।
ग्रामीणों का मानना है की क्या वजह है कि इन को जंगल विभाग द्वारा इन क्षेत्रों से भगाया नहीं जा रहा है । बल्कि पूरा संग्रक्षण दिया जा रहा है। ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है की प्रत्येक वर्षा ऋतु में वन विभाग ही ईनको जंगलों में आश्रय देता है। समिति और वन रक्षक द्वारा अपने वरिष्ठों को भी हर बार जानकारी दिया जाता है पर आज तक कोई भी उच्च अधिकारी जंगलों में देखने तक नहीं आए । खारीडीह में डिप्टी रेन्जर एवं खारीडीह के वन रक्षक भी अपने कार्य स्थल से अधिकतर नदारद रहते है जिसके चलते ऐसे विवादित हालात बने रहते है।