सेवाजोहार (डिंडोरी):- अधिवक्ता संशोधन बिल के विरोध में शुक्रवार को अधिवक्ता एकजुट हो गए हैं। उनका कहना है कि यह बिल अभिभाषकों और अभिभाषक संघों की स्वतंत्रता और स्वायत्तता के विपरीत है।
भारत सरकार द्वारा अधिवक्ता कानूनों में संशोधन किये जाने के पश्चात वकीलों में काफी रोष है जिसके चलते शुक्रवार को संघ के मीटिंग हॉल में बैठक का आयोजन किया गया जहाँ सभी अधिवक्ताओं ने हड़ताल में जाने का निर्णय लिया।अधिवक्ताओं ने जिला रजिस्ट्रार न्यायिक मजिस्ट्रेट उत्कर्षराज सोनी को ज्ञापन सौंप कर अपना विरोध दर्ज कराया है।इसके पश्चात् जिला प्रशासन को भी वकीलों ने ज्ञापन सौंपा।
वकीलों का कहना है की अधिवक्ता संशोधन बिल के खिलाफ हम एकजुट हैं। वकीलों का कहना है कि यह बिल अभिभाषकों और अभिभाषक संघों की स्वतंत्रता और स्वायत्तता के विरुद्ध है।
इस दौरान अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष यू के पटेरिया, एल पी तिवारी, रेवा पांडे, पी एन राय, प्रवेश कानोजे, दिलीप सोनी,फ़िरोज़ा सिद्धिकी राममिलन यादव, अभिनव कटारे,सेवकराम मरावी, एच एल गंगवानी,रामानंद झा, दुर्गेश ठाकुर सहित अन्य अधिवक्ता मौज़ूद रहे।