घटना साजिश है या हकीकत ?
सेवाजोहार (डिंडोरी):– गाली गलौच ,धक्का मुक्की,वर्दी उतरवाने की धमकी जैसे आरोप भाजपा जिलाध्यक्ष चमरू सिंह नेताम के ऊपर तब लगाए गए जब वे अपने ही जिला डिंडोरी में बालपुर में आयोजित मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के काफिले में शामिल होने के दौरान कार्यक्रम स्थल जाने वाले थे। जहाँ तक पार्टी के लोगों की राय हैं कि चमरू सिंह नेताम सहज सरल और हँसमुख विचारधारा वाले व्यक्ति हैं वे ऐसे अनुशासन वाले संगठन में रहकर काम कर चुके हैं तो संभव नहीं कि किसी वर्दी धारी को अपशब्द कहेंगे। लेकिन शाहपुर थाना में दर्ज की गई शिकायत और बिना जांच के विभिन्न धाराओं के तहत हुई एफआईआर में उल्लेख हैं वह कुछ और बयान कर रही हैं। लेकिन भाजपा के जिले के सबसे बड़े पदाधिकारी के ऊपर जल्दबाजी में मामला दर्ज किया जाना वह भी मुख्यमंत्री के कार्यक्रम होने के ठीक बाद यह किसी के गले नही उतर रहा।
अब सवाल उठता हैं कि घटना के दौरान पुलिस और भाजपा पार्टी के कितने लोग वहां मौजूद थे जिनके सामने असल घटनाक्रम घटित हुआ हैं,भाजपा जिला अध्यक्ष के वाहन में कितने और कौन कौन लोग सवार थे जो घटना के चश्मदीद रहे हैं,अगर ऐसी घटना जिसका उल्लेख एफआईआर में दर्ज हैं वैसा कुछ हुआ नहीं तो पार्टी की तरफ से या भाजपा जिलाध्यक्ष चमरू सिंह नेताम की तरफ से कोई पक्ष क्यों नहीं रखा गया ! कही चमरू सिंह नेताम की शांति आने वाले दिनों में कोई सैलाब तो नहीं लाने वाली ? जिसका सभी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
हमारे सूत्र बताते हैं कि घटना का वीडियो भी बनाया गया हैं,लेकिन कौन बनाया हैं वीडियो और क्यों अब तक शेयर नहीं किया गया,इसके पीछे एक बड़ा राज छिपा हो सकता हैं,वही जांच की मांग को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष चमरू सिंह नेताम भोपाल कार्यालय में दस्तक दे चुके हैं और अपने साथ घटी पूरी घटना क्रम की जानकारी वरिष्ठ पदाधिकारियों के समक्ष रखेंगे। पार्टी संगठन से मिले दिशा निर्देश के बाद चमरू सिंह नेताम का अगला रुख इस घटनाक्रम से जुड़ा देखने को मिल सकता हैं।
हालांकि हमारे सूत्र यह भी बता रहे हैं कि बालाघाट रेंज के एक अफसर जहाँ जहाँ जा रहे हैं उस जिले में भाजपा सरकार के लिए उलझन पैदा कर रहे हैं,मंडला जिले की ताजी घटना किसी से छिपी नहीं हैं,वही डिंडोरी जिले में उनके कदम पड़ना और फिर भाजपा संगठन और सरकार पर उंगली उठना ,यही संकेत दे रहा हैं कि साहब भाजपा के लिए नुकसान दायक हैं,बहरहाल डिंडोरी जिलाध्यक्ष के खिलाफ मामला दर्ज इतनी आसानी से होना और बड़े पुलिस अधिकारियों का शांति धारण करना कई सवाल खड़े कर रहा है।
(इस घटनाक्रम से जुड़ा अपडेट बहुत जल्द पढ़े सेवाजोहार मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ पर)