दीपक ताम्रकार की रिपोर्ट
सेवाजोहार (डिंडोरी):- जिला के किसलपुरी निवासी युवक को अपने पैर का इलाज गांव के ही बंगाली डॉक्टर से करवाना भारी पड़ गया। बंगाली डॉक्टर के इलाज से युवक के पैर पर न सिर्फ सूजन आ गई बल्कि उसे गंभीर अवस्था में जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जहां वह चलने की हालत में भी नहीं हैं।
दरअसल पूरा मामला डिंडोरी कोतवाली थाना क्षेत्र की ग्राम किसलपुरी गांव का हैं,जहां रहने वाले नरेश को बाएं पैर में मामूली चोट लग गई थी,जिसके बाद नरेश किसलपुरी गांव के ही बंगाली डॉक्टर से इलाज करवाने पहुंचा,जहां आरोप है कि डॉक्टर ने उसे ड्रिप लगा कर बॉटल में तीन इंजेक्शन लगाए और 650 रु इलाज की फीस ली। नरेश का आरोप है कि बंगाली डॉक्टर के इलाज के बाद इसके पैर में सूजन बढ़ने लगी और पूरे शरीर में इन्फेक्शन हो गया और शरीर की चमड़ी भी निकलने लगी जिससे नरेश चलने लायक हालत में नहीं रहा,नरेश की मां लल्ली बाई नरेश को लेकर डिंडोरी जिला चिकित्सालय भर्ती कराई जहां नरेश का इलाज जारी है लेकिन पैर सहित पूरे शरीर में बंगाली डॉक्टर द्वारा किए गए इलाज से इन्फेक्शन साफ देखा जा सकता हैं। नरेश की मां लल्ली बाई का कहना है कि नरेश जल्द ठीक नहीं हुआ तो इसकी जिम्मेदारी किसलपुरी के बंगाली डॉक्टर की होगी।
डिंडोरी जिला में बंगाली डॉक्टर और झोलाछाप डॉक्टर बड़ी संख्या में अपने पैर पसार चुके है,लेकिन अब तक कोई बड़ी प्रशासनिक कारवाई न होने से ग्रामीण इलाकों के कई मरीज इनकी चपेट में आ चुके है और हालात नरेश की तरह हो गया हैं। वही स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी समय समय पर इन डॉक्टरों के खिलाफ कोई ठोस कारवाई न किए जाने से इनके हौसले बुलंद है।