सेवाजोहार (डिंडोरी):- जिला चिकित्सालय के आकस्मिक वार्ड में भर्ती मरीज की मौत के बाद परिजन ड्यूटी डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए भड़क गए और अस्पताल के बाहर सड़क में बैठकर हंगामा करने लगे। मृतक रिखी लाल बर्मन को शनिवार की शाम 4 बजे तबियत बिगड़ने पर भर्ती कराया गया था।
परिजनों का आरोप
परिजनों का आरोप है कि मृतक की तबियत ज्यादा बिगड़ गई थी, जिसे देखते हुए ड्यूटी डॉक्टर ने जबलपुर रेफर करने की सलाह दी। लेकिन जब परिजनों ने एंबुलेंस और ऑक्सीजन की मांग की, तो डॉक्टर ने इनकार कर दिया और कहा कि प्राइवेट वाहन कर लो। परिजनों का आरोप है कि इस देरी के कारण मरीज ने दम तोड़ दिया।
हंगामा और ज्ञापन
हंगामे की जानकारी मिलते ही डिंडोरी कोतवाली प्रभारी दुर्गा प्रसाद नगपुरे और डिंडोरी तहसीलदार आरपी मार्को अस्पताल पहुंचे और हालात का जायजा लिया। गुस्साए परिजनों को समझाने का प्रयास किया गया। परिजनों ने डिंडोरी तहसीलदार आरपी मार्को को ज्ञापन सौंपा और लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
तहसीलदार आरपी मार्को ने कहा कि जांच करवाकर नियम अनुसार कार्रवाई संबंधित के खिलाफ की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषी पाए जाने पर डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
डिंडोरी जिला चिकित्सालय में मरीज की मौत के बाद परिजनों का हंगामा एक गंभीर मामला है। इसमें डॉक्टर की लापरवाही का आरोप लगाया गया है, जिसकी जांच करवाई जाएगी। यह मामला स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और डॉक्टरों की जिम्मेदारी को लेकर कई सवाल उठाता है।
इस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए जांच समिति का गठन किया जा सकता है, जो इस मामले की जांच करेगी और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की सिफारिश करेगी। इसके अलावा, स्वास्थ्य विभाग को भी इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए और डॉक्टरों को मरीजों के प्रति संवेदनशील और जिम्मेदार बनने के लिए प्रशिक्षित करना चाहिए।