सेवाजोहार (डिंडोरी):- जिला कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई में शिकायत को लेकर ग्रामीण दूर दराज से हर मंगलवार पहुंचते हैं,इसमें ग्रामीणों का समय और पैसा दोनों बर्बाद होता हैं। वही लगातार तीन बार जनसुनवाई में शिकायत देने के बाद भी निराकरण नहीं होने पर शिकायतकर्ता ग्रामीण चौथी बार जनसुनवाई में कलेक्टर के पास पहुंचा है।
शिकायतकर्ता ग्रामीण की शिकायत है कि अम्बिका साहू वर्ग-3 (प्राथमिक शिक्षक) विगत लगभग 17 वर्षों से अधीक्षिक पद पर कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास रुसा वि.ख. करंजिया पर कार्यरत है जो कि पिछडा वर्ग से आती है जो कि अपने कर्तव्यों को सत्य निष्ठा एवं समर्पण भाव से नहीं कर रही है ।
शिकायत की बिंदु 1. यह है कि अधीक्षिका द्वारा छात्रावास में मुख्या बन कर नहीं रह रहती है और कभी कभी आती है ज्यादातर आपने घर पर रहना ।
2. खाद्यय सामग्री आदि का भण्डारन (स्टोर) अपने घर पर रखना जिसका उपयोग अपने घर परिवार भी उपयोग करना जिससे उन गरीब बच्चों का हक छीना जा रहा है।
3. यह है कि कोई व्यौहार की अवकाश होने के दो तीन दीन पूर्व से छात्रावास की छूटटी कर दिया जाता है तथा विलम्ब से छात्राओं को बुलाना।
4. कभी – कभी बचियों से छात्रावास के बलाना कराना जैसे झाडू कचड़ा फेकना आदि।
5. अधीक्षिका के लापरवाही के चलते पूर्व में एक कमरे का 20-25 बचियों का सामान जलकर खाक हो गई तत पश्चात फायर ब्रिगेड (दमफल गाड़ी) द्वारा आग बुझाई गई जिसकी जांच अभीतक नहीं हुई आग कैसे लगी। आदि शिकायतों लापरवाही को देखते हुये।
6. 06/10/2018 को इसका स्थानांतरण हो गया था लेकिन वह अपने दम खम में गिरजो परस्ते को चार्ज नहीं दी है।
दिनांक 20/01/2018 एवं 01/02/2021 को कलक्टर डिण्डौरी तथा 25/07/2023 को 25/07/2023 सहायक आयुक्त एवं जिला शिक्षा अधिकारी डिण्डौरी दी गई एवं 16/06/2025 को CM Helpline 181 में भी शिकायत की गई है जिसकी जाँच/कार्यवाही आज दिनांक तक नहीं हुई है, उक्त अधीक्षिक के सम्बंध में उनकी आय व्यय की भी जांच की जाये, क्योंकि आदिवासी बाहुल क्षेत्र के छात्राओं का हक छीना जा रहा है, शोषण हो रहा है।
अम्बिका साहू प्रा.शिक्षक (वर्ग-3) करे पृथक कर आदिवासी अधीक्षिका नियुक्त किया जाये जो ग्रामीण बाहुल क्षेत्र के बच्चियों को समझ सके।