सेवाजोहार (डिंडोरी):- भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ एवं स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन योजना के अंतर्गत सोमवार को मॉडल महाविद्यालय के बहुउद्देशीय हॉल में महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय गणित दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजय कोष्टा ने की।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता नंद किशोर चौकसे, शिक्षक (गणित विभाग), सरस्वती शिशु विद्या मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डिंडौरी रहे, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में देवेन्द्र नाथ चतुर्वेदी, प्राचार्य, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर उ.मा.वि. डिंडौरी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ मंचासीन अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के पूजन के साथ हुआ। इसके पश्चात कार्यक्रम की रूपरेखा डॉ. कल्पना मिश्रा द्वारा प्रस्तुत की गई। गणित विषय के विद्यार्थियों—पावनी मरकाम (बी.एससी. द्वितीय वर्ष), मनोज लाल रौतिया (बी.एससी. तृतीय वर्ष) एवं दीपक तेकाम (बी.एससी. प्रथम वर्ष) ने गणित दिवस के महत्व पर अपने विचार साझा किए।
मुख्य वक्ता नंद किशोर चौकसे ने अपने संबोधन में वैदिक गणित की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए उसके सूत्रों को बोर्ड पर समझाया। उन्होंने जोड़-घटाव जैसे गणितीय क्रियाओं को वैदिक गणित के माध्यम से सरल और रोचक ढंग से प्रस्तुत किया।
मुख्य अतिथि देवेन्द्र नाथ चतुर्वेदी ने गणित को जीवन का सबसे सरल विषय बताते हुए छात्रों से गणित के प्रति भय दूर करने का आह्वान किया। वहीं अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ. अजय कोष्टा ने कहा कि जन्म से लेकर मृत्यु तक मानव जीवन का हर चरण गणित से जुड़ा है।
कार्यक्रम में डॉ. एस.एस. धुर्वे, सहायक प्राध्यापक (अंग्रेजी) ने कविता के माध्यम से गणित के महत्व को रेखांकित किया। मंच संचालन करते हुए इतिहास विभाग के सहायक प्राध्यापक बाबूलाल कोष्टी ने प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत में गणित की भूमिका पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन एवं समापन डॉ. कल्पना मिश्रा, संयोजक भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ द्वारा किया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालयीन स्टॉफ सहित लगभग 263 छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहीं।