वरिष्ठ पत्रकार राजेश विश्वकर्मा
डिंडोरी — बीते तीन से चार वर्षों में नगरीय क्षेत्रांतर्गत चोरी की अनेकों वारदातें हुई,लेकिन पुलिस इन चोरों तक पहुंचने में पूरी तरह नाकाम रही,नतीजतन आज भी चोरों के हौसले बुलन्द है और वह बेखौफ हो चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे है। हाल ही में एक ऐसा मामला संज्ञान में आया है जिसे सुन आप भी हैरत में पड़ जायेंगे.दरअसल पूरा मामला नगर स्थित कांजी हाउस से जुड़ा है जहां से दिनांक 18 /11/2023 को लगभग पंद्रह चोपाये अचानक ही गायब हो गए,और जब सुबह कर्मी कांजी हाउस पहुंचा तो मुख्य द्वार खुला पाया और सारे मवेशी मौके से गायब मिले। लेकिन यहां पुलिस की भूमिका पर सवाल उठना लाजिमी है की पीड़ित कर्मी ने इस दरमियान थाना कोतवाली में अनेकों चक्कर लगाए,लेकिन कोई ना कोई बहाना बनाकर उसे बेरंग वापस लौटाती रही,क्यों…? यह जांच का विषय है।
सी एम ओ के पत्र को नहीं दी तवज्जो — मामला गंभीर इसलिए भी है ,क्यों कि जो चोपाए रातों – रात कांजी हाउस से गायब हुए वह शासकीय अभिरक्षा में थे,फिर जब दिनांक 24/11/23 को मुख्य नगर पालिका अधिकारी डिंडोरी ने थाना प्रभारी कोतवाली के नाम दैनिक वेतन श्रमिक राममिलन चंदेल कांजी हाउस संरक्षक के संदर्भित पत्र दिनांक 22/11/23 का जिक्र कर प्रकरण दर्ज करने का उल्लेख करते हुए पत्र प्रेषित किया तब भी मामला दर्ज नहीं हुआ,और कांजी हाउस संरक्षक को बगैर पावती के वापस लौटा दिया गया. तो क्या यह मान लिया जाए की जिले में अब संवेदनशीन मामले दर्ज नहीं होंगे या फिर पुलिस जानबूझकर ऐसे मामलो में फंसना नही चाहती..? यहां यह सवाल इसलिए भी की बजाग दुष्कर्म मामले में भी पुलिस ने कुछ ऐसी ही कोताही बरती थी।
जब्ती बना कांजी हाउस भेजे गए थे चोपाये — मुख्य नगर पालिका अधिकारी डिंडोरी ने जो पत्र थाना कोतवाली को भेजा था ,उसमे इस बात का स्पष्ट उल्लेख है की थाना कोतवाली डिंडोरी द्वारा रसीद बुक क्रमांक 02/15 दिनांक 18/12/2022 को छः पड़ा एवं तीन भैंस कुल नौ मवेशी बंद कराए गए थे,इसी तरह रसीद बुक क्रमांक 02/64 थाना गाड़ासरई से 16/03/23 को छः पड़ा एवं चार भैंस सहित कुल दस मवेशी बंद कराए गए थे। इसके अलावा दो गाय,एक नाटा और एक बछिया सहित कुल चार मवेशी थे ,जिनमे से लगभग आठ मवेशियों की मौत पहले ही हो चुकी थी.बाकी शेष पंद्रह मवेशियों की चोरी कर ली गई ,ऐसा कहना है कांजी हाउस संरक्षक का।
सुध लेने नही पहुंची पुलिस –– इस संबंध में हमने कांजी हाउस संरक्षक राममिलन चंदेल से और जानकारी हासिल की तो उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी लगते ही जिले के आला – अधिकारी जिसमे कलेक्टर डिंडोरी भी शामिल थे ,तो आए,किंतु थाना कोतवाली से आज तलक कोई नही पहुंचा, और ना ही उक्त मामले में किसी जिम्मेदार अधिकारी द्वारा कोई वैधानिक कार्यवाही की गई,क्यों…? इस बावत गहनता से जांच की जानी चाहिए।
इनका कहना है –
संबंधित द्वारा गलत जानकारी दी जा रही है, जबकि गुम मवेशी में मामले की कायमी की गई है,और जानकारी अनुसार दो मवेशी मिल भी चुके हैं।
नरेंद्र पाल ( नगर निरीक्षक ,थाना कोतवाली डिंडोरी)