शिविर में कुल 10 हजार से अधिक लोगों ने पंजीयन कराया
अच्छी स्वास्थ्य सेवा से ही हमारा समाज हमेशा स्वस्थ रहेगा: पीएचई कैबिनेट मंत्री सम्पतिया उइके
सेवाजोहार (डिंडोरी):- प्रतिवर्ष के तरह इस वर्ष भी 2 अक्टूबर को जनजातीय कल्याण केन्द्र बरगांव में विशाल स्वास्थ्य एवं दिव्यांगजन सहायता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें डिंडौरी, मंडला और उमरिया एवं जबलपुर जिले की कुंडेश्वरधाम तहसील के लाभार्थियों ने स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार सुविधा का लाभ लिया। शिविर का आयोजन दो मुख्य भाग में किया गया, जिसमें एक भाग में सामान्य लोगों को स्वास्थ्य लाभ और दूसरे में दिव्यांगजनों के लिए सहायता शिविर आयोजित हुआ। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक व्यक्ति तक स्वास्थ्य लाभ पहुंचाना रहा।
विशाल स्वास्थ्य एवं दिव्यांगजन सहायता शिविर का शुभारंभ लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी कैबिनेट मंत्री सम्पतिया उइके ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। शुभारंभ कार्यक्रम में पीएचई कैबिनेट मंत्री सम्पतिया उइके, सीधी सांसद राजेश मिश्रा, मंडला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते,जबलपुर केंट विधायक अशोक रोहाणी, निःशक्तजन आयुक्त संदीप रजक, निजी विश्वविद्यालय आयोग अध्यक्ष भरत शरण सिंह, कलेक्टर हर्ष सिंह, पुलिस अधीक्षक वाहनी सिंह, सीईओ जिला पंचायत अनिल कुमार राठौर, राजकुमार मटाले,अवधराज बिलैया, जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते,जिला पंचायत उपाध्यक्ष अंजू जितेंद्र ब्योहार,सदस्य हीरा देवी परस्ते,नगर परिषद अध्यक्ष डिंडोरी सुनीता सारस,जनपद अध्यक्ष शहपुरा प्रियंका आर्मो, बरगांव केन्द्र अध्यक्ष मनोहर लाल साहू, बरगांव केन्द्र सचिव एस के वाजपेयी, शिविर आयोजक डॉ. हरिशंकर मरकाम, सिकल सेल नियंत्रण प्रभारी श्रीमती दीपमाला रावत, सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
मंत्री संपतिया उइके ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विशाल स्वास्थ्य शिविर में उपस्थित होना गौरव का विषय है, जिसके लिए आयोजकों का अभिनन्दन है। उन्होंने कहा कि पिछली बार जब बरगांव केंद्र में राज्यपाल मंगुभाई पटेल आये थे, तब उन्होंने जनजातीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने एवं बिमारियों को खत्म करने के उद्देश्य से गुजरात की तरह मध्यप्रदेश में भी एक विजन के साथ कार्य किया। राज्यपाल पटेल के प्रयास से जनजातीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा का प्रसार किया जा रहा है। इसी क्रम में बरगांव केंद्र की टीम ने महाकौशल क्षेत्र में लगातार स्वास्थ्य स्तर में सुधार के लिए बेहतर कार्य किया है। जनजातीय क्षेत्रों में सिकल सेल एनीमिया के लिए लगातार स्क्रीनिंग की जा रही है, गत वर्ष इस अभियान की शुरुआत से दस हजार से अधिक लोगों का परीक्षण किया गया है, जिसमें डिंडौरी, मंडला, उमरिया जिले के लोग शामिल रहे। मेडिकल और प्रशासन की संयुक्त टीम के सहयोग से घर-घर जाकर स्वास्थ्य परीक्षण कर रोगियों को चिन्हित किया गया। चिन्हित रोगियों का उपचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अच्छी स्वास्थ्य सेवा से ही हमारा समाज हमेशा स्वस्थ रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से देशवासियों को आयुष्मान कार्ड के माध्यम से निःशुल्क उपचार सुविधा प्राप्त हो रही है। पहले ही चरण में 5 करोड़ लोगों का कार्ड बनाया गया। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 17 सितम्बर को 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को भी आयुष्मान योजना में शामिल कर उन्हें निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा का लाभ दिया जा रहा है। साथ ही आयुष्मान कार्ड अभी भी निरंतर बनाए जा रहे हैं। जनऔषधि केंद्र के माध्यम से अच्छी गुणवत्ता की दवाइयां प्राप्त हो पा रही हैं। जिसके लिए मंत्री श्रीमती उइके ने सभी लाभार्थियों की तरफ से प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त किया।
मंत्री सम्पतिया उइके ने जनजातीय कल्याण केन्द्र बरगांव के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस केन्द्र में आदिवासी बच्चे सभी सुविधाओं के साथ रहकर पढाई कर रहे हैं। केंद्र में पढ़ाई कर रही बच्चियों कों केंद्र द्वारा ड्राइविंग लाइसेंस प्रदान कराये गए हैं। साथ ही प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें कौशल विकास के क्षेत्र में सशक्त बनाया जा रहा है। केंद्र में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा दी जा रही है, यहाँ शिक्षा के साथ संस्कार भी बच्चों को दिए जा रहे है। जिससे आदिवासी बच्चे बहुआयामी क्षेत्रों में शिक्षित हो रहे है, जो आगे चल कर अच्छी शिक्षा प्राप्त कर भविष्य में आईएएस, आईपीएस जैसे अन्य बडे पदों में जाकर राष्ट्रहित में काम करेंगे। संपतिया उइके ने बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की।
मंत्री सम्पतिया उइके ने केंद्र के लिए 3000 लीटर की पानी टंकी तैयार करने की घोषणा की, जिससे केन्द्र में शुद्ध एवं गुणवत्ता युक्त पेयजल प्राप्त हो सके।
कलेक्टर हर्ष सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बरगांव केंद्र में शिक्षा के साथ बहुआयाम के साथ कौशल विकास के लिए काम किया जा रहा है। केंद्र के द्वारा व्यक्तित्व विकास के लिए कार्य किया जा रहा है जो सराहनीय है। आज आयोजित स्वास्थ्य शिविर भी व्यक्तित्व विकास के सिद्धांत पर आधारित है। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अच्छी स्वास्थ्य सेवा पहुंच सके, इसलिए शिविर में पंजीयन, तात्कालिक दवाई सुविधा, चश्मा, साइकिल वितरण आदि की व्यवस्था की गयी है, जिला प्रशासन द्वारा आगे भी इस प्रकार के प्रयास किये जायेंगे।
10 हजार से अधिक लोगों ने कराया पंजीयन और लिया स्वास्थ्य लाभ
आयोजित कैंप में आज डिंडोरी,जबलपुर, रीवा, उमरिया, सिवनी, मंडला, नरसिंहपुर, बालाघाट, कटनी, शहडोल, सतना, अनूपपुर जिलों के जिला अस्पताल और जबलपुर, रीवा, सिवनी, शहडोल, सागर, सतना, छिंदवाड़ा के मेडिकल कॉलेज से 500 डॉक्टर ने शिविर में आये लाभार्थीयों का परीक्षण और उपचार किया। एलोपैथी के साथ साथ जबलपुर, मंडला, और डिंडोरी के आयुष चिकित्सालय से आये डॉक्टरों ने भी लोगों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करायी। शिविर में कुल 22 विभाग के डॉक्टरों के लिए काउंटर बनाये गए, जिनमें अस्थि,किडनी, शिशु, मनोचिकित्सा, कैंसर आदि के विशेषज्ञ शामिल रहे। सभी विभागों के लिए केंद्र में अलग अलग व्यवस्था की गयी। जिनमें एक्स रे, पैथोलॉजी,दंत, आदि की जांचो की व्यवस्था भी की गयी। शिविर में ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीयन के माध्यम से लाभार्थियों को स्वास्थ्य लाभ दिया गया। शिविर में शामिल सभी लोगों के लिए भोजन, पेयजल आदि की व्यवस्था केंद्र के द्वारा की गयी।शिविर में कुल 10 हजार से अधिक लोगों ने पंजीयन कराया जिसमें ईएनटी के 1088, नेत्र के 1657, अस्थि के 1362, चर्मरोग के 741, शिशु के 151, स्त्री रोग के 540, हृदय के 688, किडनी के 220, लीवर के 568, पथरी के 300, सामान्य जांच के 4820, दंत रोगों के 267, कैंसर रोग के 59, आयुष विभाग के 1733 और निःशक्तजन प्रमाण पत्र के 879 लाभार्थी शामिल रहे।
स्वास्थ्य के साथ आत्मनिर्भरता पर दिया संदेश
शिविर में स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त आयुष विभाग, आजीविका विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, उद्योग विभाग, नवांकुर संस्थान, बैगा आदर्श समाज संस्थान सहित अन्य विभागों के काउंटर लगाए गए। जिसमें कोदो कुटकी, गोंडी पेंटिग, और स्थानीय विशेषताओं को प्रोत्साहित कर लोगों को स्व-रोजगार के लिए प्रेरित किया गया।