सेवाजोहार (डिंडोरी):- जब से कांग्रेस पार्टी ने जिले में संगठन सृजन कार्यक्रम की शुरुआत की हैं तब से लेकर कुछ कांग्रेस नेताओं के दनादन किए गए पोस्ट से राजनैतिक गलियारों में हलचल तेज कर दी हैं। हालांकि इस नेताओं के द्वारा किए गए पोस्ट के क्या मायने है यह तो वे नेता ही बता सकते हैं,लेकिन जनचर्चा का विषय बना हुआ हैं कि जिलाध्यक्ष पद के दावेदारी को लेकर जो घमासान कांग्रेस पार्टी के भीतर मचा हुआ हैं उसी का असर हैं।
कांग्रेस नेता अमित गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेट फार्म फेसबुक में पोस्ट कर लिखा है कि “ये जिलाध्यक्ष के चुनाव ने कई चेहरे से नकाब हटा दिया,आने वाले समय में आपस में फूट नहीं विस्फोट होगा” आखिर अमित गुप्ता के इस पोस्ट का क्या मतलब है,क्या जिलाध्यक्ष पद के लिए कुछ ऐसी खींचतान मची हुई है जो पार्टी संगठन के भीतर नाम तय होते ही बवाल काट सकती हैं,जिला कांग्रेस के बड़े नेताओं ने इस पोस्ट पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी हैं। वही दूसरी पोस्ट अजय साहू की है जिन्होंने लिखा है कि एहसान मंसूरी 6 सालों के लिए कांग्रेस से निष्कासित,किन कारणों से उन्हें हटाया गया है,इसको लेकर कोई निष्कासन पत्र जारी किया गया हैं उसका उल्लेख नहीं है।इसी तरह से रमाकांत साहू ने कुछ लोगों को टैग करके लिखा है कि डिंडोरी जिला कांग्रेस अध्यक्ष के पद का पहला अधिकार जावेद इकबाल जी है,चुकी जावेद इकबाल ने जिला अध्यक्ष के लिए आवेदन या दावेदारी ही नहीं की तो इस पोस्ट के क्या मायने निकाले जाए,क्या जावेद इकबाल पार्टी गतिविधियों से नाराज है ? बात भी सार्वजनिक नहीं हैं और न ही इसकी पुष्टि की गई हैं।
वही एक ओर पोस्ट कांग्रेस नेता अजय साहू ने कुछ लोगों को टैग करते हुए लिखा है कि “गद्दारों की नसल खत्म कर देंगे जो डिंडोरी जिले के किसी भी गांव को मिनी पाकिस्तान बनाने की कोशिश करेगा” अब यह पोस्ट किसके लिए की गई है,क्या मायने है यह तो अजय साहू ही बता सकते हैं।लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि जब से कांग्रेस पार्टी में जिला अध्यक्ष पद के लिए कार्यक्रम शुरू किया गया है तभी से यह पोस्ट एक के बाद एक वह भी दनादन की गई हैं जो पार्टी संगठन सहित राजनैतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी हैं।
अब ऐसे में देखना लाजमी होगा कि कांग्रेस पार्टी डिंडोरी का जिला अध्यक्ष कौन होगा ? क्या उसके बनने के बाद कोई असर सार्वजनिक रूप से देखने को मिलेगा या केवल यह पोस्ट हवाइयां उठाने के लिए कि गई हैं !