डिंडोरी/शहपुरा – भारतीय जनता पार्टी की जन आशीर्वाद यात्रा में डिण्डौरी जिले में पधारे सांसद व केंद्रीय इस्पात व ग्रामीण विकास राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, जबलपुर सांसद राकेश सिंह एवं नर्मदापुरम सांसद उदय प्रताप सिंह को नवीन व्यावसायिक प्रशिक्षण संघ ने अपनी 10 सूत्रीय मांगों से अवगत कराते हुए उन्हें पूर्ण करने का अनुरोध किया। सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते ने मांगों पर चर्चा कर इसे पूर्ण कराने का आश्वासन दिया।
नवीन व्यावसायिक शिक्षा प्रशिक्षक महासंघ शहपुरा के पदाधिकारी इंजीनियर देवेन्द्र कुमार साहू ने बताया कि
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लागू केंद्र सरकार की महत्वाकाक्षी योजनाओं में से एक नवीन व्यावसायिक शिक्षा (एन. एस. क्यू. एफ.) योजना मध्यप्रदेश के विभिन्न शासकीय विद्यालयों में में विगत 8 वर्षों से संचालित है। जिसमें व्यावसायिक प्रशिक्षकों/शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों में कौशल का विकास कर विद्यार्थियों को रोजगार एवं स्वरोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश और आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को धरातल पर साकार करने में योगदान दिया जा रहा है। वर्तमान परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुये माँगों को पूर्ण करने का अनुरोध किया गया है। जिसमें व्यावसायिक प्रशिक्षकों / शिक्षकों की जॉब सिक्योरिटी हेतु जॉब पॉलिसी का निर्धारण करते हुये स्थाई नीति का निर्धारण हो। मध्यप्रदेश में विगत 8 वर्षों से व्यावसायिक प्रशिक्षकों/ शिक्षकों के मानदेय में कोई वृद्धि नहीं की गई अतः 8 वर्षों को ध्यान रखते हुये हरियाणा मॉडल की तर्ज पर नवीन मानदेय का निर्धारण हेतु। भविष्य में प्रतिवर्ष मानदेय में 10 प्रतिशत तक बढ़ोत्तरी को निर्धारित किया जाने हेतु। विभिन्न अवकाश सुविधाओं का लाभ प्राप्त हेतु । किसी भी प्रकार की दुर्घटना घटित होने पर विभिन्न बीमा योजनाओं का लाभ प्राप्त हेतु ।पूर्व में ट्रेड के बन्द होने के कारण एवं वर्तमान में एजेंसियों का अनुबंध समाप्त होने के कारण नए वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोवाइडर (वीटीपी) के आने तक कई व्यावसायिक प्रशिक्षकों/शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई है। उन्हें प्राथमिकता के साथ यथावत रखा जाने हेतु। हाल ही में संविदा कर्मियों को दिए गए लाभ की भांति व्यावसायिक प्रशिक्षकों/शिक्षकों को भी विभागीय सुविधाओं का लाभ दिया जाए। नवीन व्यावसायिक शिक्षा प्रशिक्षक महासंघ ने ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि जल्द से जल्द समग्र शिक्षा अभियान द्वारा संचालित नवीन व्यावसायिक शिक्षा के अंतर्गत म.प्र. में विभिन्न वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोवाइडर (वीटीपी) के माध्यम से कार्यरत व्यावसायिक प्रशिक्षकों/शिक्षकों की उक्त माँगों का निराकरण किया जाए।