डिंडोरी :- शहपुरा को जिला बनाने की मांग अब और तेज हो गई है। जिला बनाओ संघर्ष समिति के तत्वाधान में आवाह्नन पर सभी व्यापारियों ने रविवार को स्वेच्छा से अपने-अपने दुकान प्रतिष्ठान पूर्णत: बंद रखे।
आपको बता दें कि लगभग 47 वर्ष पुरानी 1977 से निरंतर जारी शहपुरा जिला बनाये जाने की बहुप्रतीक्षित मांग ने अब पूरी तरह से जोर पकड़ लिया है इस विषय में पूर्व में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उपप्रधानमंत्री, राज्यपाल से लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान व पूर्व सीएम उमा भारती और पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट समेत सैकड़ों जनप्रतिनिधियों को भी अब तक अनेकों बार ज्ञापन सौंपे गए। शहपुरा जिला बनाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सरकारों की उदासीनता के चलते अब तक इस गरीब पिछड़े बैगा आदिवासी क्षेत्र शहपुरा को जिले का दर्जा नहीं दिया गया है। जो इस आदिवासी क्षेत्र के साथ अन्याय व अपमान है जिस कारण शहर व क्षेत्र की जनता बेहद आक्रोशित है व इस बार जिला नही तो वोट नही हेतु संकल्पित है इसी क्रम में शहपुरा जिले की मांग को लेकर रविवार को शांतिपूर्वक व स्वैच्छिक नगर बंद का आव्हान किया गया है । शहपुरा जिला बनाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर नगर में सभी व्यापारियों ने अपनी-अपनी दुकान बंद रखीं। अब इससे साफ जाहिर होता है कि जब तक शहपुरा को जिला नहीं बनाया जाता तब तक यह मुहिम नहीं थमने वाली।