डेस्क सेवाजोहार
डिंडोरी : कांग्रेस की जनआक्रोश यात्रा जिस जिले के विधानसभा क्षेत्र से होकर गुजर रही है वहाँ के दावेदारों ने प्रदेश संगठन को अपना शक्ति प्रदर्शन दिखाने में कोई कोर कसर नही छोड़ रहे है। डिंडोरी जिला के शहपुरा विधानसभा क्षेत्र की अमरपुर विकासखंड के भानपुर में भी यही देखने को मिला जब जनआक्रोश यात्रा के प्रभारी पूर्व मंत्री कमल पटेल डिंडोरी विधायक ओमकार सिंह मरकाम के साथ यात्रा लेकर डिंडोरी से भानपुर पहुँचे तब टोक सिंह मरावी के पोस्टर हाथों में लिए जनआक्रोश यात्रा में सैकड़ो की संख्या में समर्थक नारेबाजी करते हुए यात्रा में शामिल हुए। इस नजारे को देख कांग्रेस को जरूर नई ऊर्जा मिली लेकिन शहपुरा विधायक भूपेंद्र मरावी जरूर चिंतित हुए।
कांग्रेस के कई दिग्गजों से सीधा संपर्क
टोक सिंह मरावी पेशे से एक वरिष्ठ शासकीय शिक्षक रहे है जिन्होंने कांग्रेस की विचारधारा से प्रभावित होकर शासकीय नोकरी से कंपलसरी रिटायरमेंट ले लिया है और शहपुरा विधानसभा चुनाव लड़ने का मन बनाया है। टोक सिंह मरावी साल 2008 से कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से लगातार संपर्क बनाए हुए है। लेकिन टिकिट की दौड़ में असफल हुए अब कांग्रेस द्वारा प्रदेश में निकाली गई जनआक्रोश यात्रा में अपना शक्ति प्रदर्शन कर टोक सिंह मरावी प्रदेश सहित जिले में खासी सुर्खियां बटोर चुके है। टोक सिंह मरावी के समर्थन में भी जिले के कई कांग्रेस नेता है जो भीतर खाने से उनका प्रदेश स्तर में बात पहुँचा चुके है लेकिन अंतिम फैसला कांग्रेस के प्रदेश संगठन को लेना है।
शक्ति प्रदर्शन में भूपेंद्र चूके
वही शहपुरा से कांग्रेस विधायक कांग्रेस की जनआक्रोश यात्रा में अपना शक्ति प्रदर्शन करने से कैसे चूक गए यह बड़ा सवाल है जबकि डिंडोरी विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने सागर टोला से लेकर डिंडोरी मुख्यालय तक मे भारी जनसमूह इकट्ठा कर प्रदेश संगठन में अपनी छाप छोड़ फिर से दिखा दिया है। वही फर्स्ट इम्प्रेशन इस लास्ट इम्प्रेशन की तर्ज पर भूपेंद्र मरावी को भी अमरपुर विकासखंड क्षेत्र के भानपुर पहुँची कांग्रेस की जनआक्रोश यात्रा में शक्ति प्रदर्शन कर विरोधियों को करारा जवाब देना था लेकिन वे इससे चूक गए।
दावेदारी में कृष्णा उरेती भी
बीते विधानसभा चुनाव से अपनी दावेदारी पेश कर रही कांग्रेस की शहपुरा विधानसभा क्षेत्र की महिला नेत्री कृष्णा उरेती भी इस विधानसभा चुनाव में पुनः दावेदारी कर चुकी है और शहपुरा क्षेत्र की जनता से गाँव गाँव जाकर संपर्क बनाए हुए है लेकिन प्रदेश कांग्रेस से जब तक हरी झंडी नही मिलती तब तक कयास लगाना व्यर्थ है।
बहरहाल शहपुरा विधानसभा क्षेत्र के चुनावी समीकरण क्या भाजपा के पक्ष में इस बार बदलेंगे या फिर जनता कांग्रेस विधायक भूपेंद्र के कामकाज से खुश है,यह तो आने वाला वक्त तय करेगा लेकिन कांग्रेस द्वारा अब तक टिकिट की घोषणा नही किये जाने से दावेदारो की चिंता जरूर बढ़ा रही है।