वरिष्ठ पत्रकार राजेश विश्वकर्मा की रिपोर्ट
डिंडोरी :- शुक्रवार के दिन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने तय कार्यक्रम शेड्यूल से लगभग डेढ़ घंटे देरी से पहुंचे और कॉलेज तिराहे से पुलिस लाइन में कार्यक्रम स्थल तक रोड शो में शामिल हो लिए,इस दरमियान उनका जगह जगह भव्य स्वागत किया गया और पुष्पहारों की माला पहना व फूलों की बारिश की गई ,लेकिन जैसे ही शिवराज सिंह चौहान का काफिला भाजपा कार्यालय के आगे निकला उसी दौरान महिला अतिथि विद्वान मुख्यमंत्री शिवराज को अपना ज्ञापन देने जोर जोर से चीखने लगी ,मुख्यमंत्री ने रोड शो रुकवा कर अतिथि विद्वानों का ज्ञापन लिया और आगे निकल कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना हो लिए ,जिसके चलते महिला अतिथि विद्वान उत्तेजित हो उठी और मुख्यमंत्री शिवराज पर वादा खिलाफी करने का आरोप लगाते हुए कहा की बहनों के भाई है । शिवराज सिंह ने महापंचायत बुलवाकर हमारे साथ धोखा किया है,हमने मिलने का समय मांगा था लेकिन नही मिलने दिया गया, हमारी मांग है कि हमारा भविष्य सुरक्षित किया जाए,नही तो हम यही अपनी जान दे देंगे। बता दे कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चरण पादुका कार्यक्रम में शिरकत करने डिंडोरी पहुंचे थे।
आजाद अतिथि शिक्षक संघ ने की मांग –– रोड शो के दौरान उत्कृष्ट विद्यालय के ही सामने आजाद अतिथि विद्वान संघ ने भी मुख्यमंत्री को एक पत्र सौंपा। जिसमें उन्होंने महापंचायत की समस्त घोषणाओं का आचार संहिता से पहले स्थाई करण किया जाए।पत्र में उन्होंने यह भी दर्शाया है की अतिथि शिक्षक विगत पंद्रह वर्षों से विषय,शिक्षक विहीन ( दुर्गम जंगल पहाड़ ) स्थित विद्यालयों में विकट परिस्थितियों में बेहद कम मानदेय पर बच्चों को अध्यापन कार्य कराते हैं और अतिथि विद्वानों का भविष्य अंधकारमय दिखाई दे रहा है।उक्त पत्र में ही उन्होंने मांगों का जिक्र भी किया है जिसमे महापंचायत में की गई घोषणाओं को आदेशित किया जाए,अप्रशिक्षित अतिथि विद्वानों को भोज / इग्नू विश्वविद्यालय से प्रशिक्षित कार्य जाए और प्रमोशन / स्थानांतरण में अतिथि विद्वानों को प्रभावित किया जाए का उल्लेख भी किया गया है।
ओमप्रकाश और शिवराज धोखेबाज — कार्यक्रम समापन पश्चात सोशल मीडिया पर भी लोगों का आक्रोश फूट पड़ा, खासकर शहपुरा में तो जैसे उन लोगों का सपना टूट गया जो विगत डेढ़ माह से शहपुरा को जिला बनाए जाने ऐड़ी – चोटी का जोर लगा रहे थे। और इन्ही में से एक महाशय ने तो यहां तक लिख दिया की ओमप्रकाश और शिवराज धोखेबाज और जिसने शहपुरा की उम्मीदों पर पानी फेरा मतलब ऐसे नेता को फिर से सबक सिखाने का समय आ गया है।इसके अलावा और भी खींचतान सोशल मीडिया पर देखी जाती रही।
घोषणाएं जो की गई — मंच साझा करते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणाओं का पिटारा खोल दिया और एक सिंगल क्लिक के साथ ही तेंदूपत्ता संग्राहकों के खाते में राशि हस्तांतरित की,साथ ही विशेष पिछड़ी जनजाति की महिलाओं को पंद्रह सौ रुपए प्रतिमाह देने की घोषणा की।इसके अलावा जनजाति कार्य विभाग के स्कूलों में अंशकालीन रसोइयों को प्रतिमाह चार हजार और पेसा मोबिलाइ जरों को चार हजार रुपयों के स्थान पर छह हजार रुपए देने की घोषणा भी कर डाली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जिले के लगभग 57 हजार तेंदूपत्ता संग्राहकों को जूता, चप्पल,साड़ी,कुप्पी एवं छतरी के लिए राशि का वितरण भी किया।
जनजातीय सम्मान पुरस्कार से किया सम्मानित — मुख्यमंत्री ने आयोजित चरण पादुका योजनांतर्गत सामग्री वितरण के दौरान छः लोगों को सम्मानित भी किया। जिसमे पूर्व राज्यसभा सांसद संपतिया उईके को रानी दुर्गावती सम्मान,बुधपाल सिंह ठाकुर को वीर शंकर शाह व रघुनाथ शाह सम्मान,डॉक्टर तापस चकमा को ठक्कर बाबा सम्मान,राजाराम कटारा को जननायक टंट्या भील सम्मान,स्वर्गीय राजाराम वास्कले को मरणोपरांत उनकी पत्नी को बादल भोई सम्मान और सीमा अलावा को प्रसिद्ध आदिवासी चित्रकार जनगण श्याम से सम्मान से नवाजा गया।
182 करोड़ के कार्यों का किया लोकार्पण और भूमिपूजन — प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने 182 करोड़ के लगभग 40 कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ,वन मंत्री विजय शाह,शहपुरा भाजपा प्रत्याशी ओमप्रकाश धुर्वे,प्रदेश कार्यसमिति सदस्य नरेंद्र सिंह राजपूत,जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते,क्षेत्रीय विधायक ओमकार सिंह मरकाम सहित भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता गण मौजूद ।