ग्राउंड 0 से दीपक ताम्रकार
डिंडोरी : मप्र के आदिवासी जिला डिंडोरी की ग्राम पंचायत पडरिया कला के वाशिंदे बूंद बूंद पानी के लिए रोजाना सुबह से शाम तक जद्दोजहद कर रहे है। ग्राम में साल भर पहले जो नल जल योजना के तहत घर घर पाइप लाइन बिछाई गई थी उसमें कुछ महीने पानी अच्छा तो मिला लेकिन तकरीबन 4 से 5 महीनो के बाद बंद हो गया। ग्रामीणों की माने तो पानी टंकी से पंप कनेक्शन लगाया गया था वह जल गया है जिसके बाद पंचायत के जिम्मेदारों ने दोबारा सुध लेना मुनासिब नहीं समझा । आलम यह है कि सुबह के 4 बजे से जो एक लौते हैंडपम्प से पानी भरने का काम क्षेत्र की सबसे बड़ी पंचायत के ग्रामीण शुरू करते है तो देर शाम तक जारी रहता है। इसी हैंडपम्प से ग्रामीणों की प्यास बुझती है। आपको बता दे कि इस गाँव मे वोटरों की संख्या भी लगभग 2000 है।
चुनावी साल में जनता बेहाल : साल 2023 चुनावी है और पानी की समस्या से डिंडोरी जनपद क्षेत्र की पडरिया कला पंचायत की जनता बेहाल है। ऐसा नही की पानी की समस्या की जानकारी ग्राम सरपंच सचिव,जनपद सीईओ और पीएचई को नहीं है,लेकिन जानकारी होने के बाद भी पडरिया कला की जनता को परेशानी के लिए जिम्मेदारों ने छोड़ मानो मुँह फेर लिया हो। जिसके बाद पडरिया कला के ग्रामीणों ने 181 में शिकायत भी दर्ज कराई लेकिन कोई समाधान नही हुआ।
निस्तार सहित मवेशी और खेती प्रभावित : पडरिया कला ग्राम के लोगों को पीने का पानी बमुश्किल एक हैंडपम्प से मिल रहा है बाकी के हैंडपम्प खराब पड़े है पीएचई विभाग ने उन्हें भी नही सुधारा,नए युवा जनपद सीईओ को जो ऊर्जा ग्राम में लगानी चाहिए पर वे जनपद कार्यालय में लगता है टाइम पास कर रहे है। ग्रामीणों में खासकर गाँव की महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी होती है क्योंकि मवेशियों से लेकर घर के काम मे महिलाओं को ही पानी के लिए हैंडपम्प में झगड़ा करना पड़ता है तब उनका नंबर आता है।
वोट नहीं डालने का बनाया मन : पडरिया कला के ग्रामीणों से जब पानी की समस्या को लेकर सवाल किए गए कि जल्द अगर पानी टंकी से पानी उपलब्ध नही कराया गया तो उनका अगला कदम क्या होगा तो ग्रामीणों ने साफ तौर पर कहा कि हम आने वाले दिनों में मतदान नही करेंगे।
गाँव मे स्कूल,आंगनबाड़ी,स्वास्थ्य केंद्र सभी जगहों में पानी की विकराल समस्या है लेकिन इसके बाद भी जवाबदार अपनी जिम्मेदारी से मुँह छिपा रहे है।