Thursday, January 30, 2025

’साड़ी वॉकथॉन कार्यक्रम सूरत और मुंबई के बाद डिंडौरी जिले में आयोजित किया गया, रैंप पर महिलाओं ने बिखेरा जलवा

साड़ी वॉकथॉन’आयोजित करने वाला प्रदेश का पहला जिला बना डिंडौरी
– हां मैं स्त्री हूं, न आदिवासी न पिछड़ी ना हरिजन, हां मैं केवल स्त्री हूं की थीम पर आयोजित हुआ “साड़ी वॉकथॉन

डिंडोरी : जिला प्रशासन डिंडौरी द्वारा विकसित भारत संकल्प यात्रा और सुशासन सप्ताह के तहत एक नई पहल के रूप में आज रविवार को “साड़ी हमारा परिधान, साडी हमारी पहचान, हमें गर्व हैं, अपने परिधान पर की थीम पर प्रातः 10 बजे कलेक्ट्रेट परिसर से ’साड़ी वॉकथॉन का आयोजन किया गया। जिसमें “हां मैं स्त्री हूं, मैं न आदिवासी न पिछड़ी, न हरीजन, हां मैं केवल स्त्री हूं’की तर्ज पर अविवाहित/विवाहित महिलाएं और स्कूली छात्राएं साड़ी परिधान पहनकर साड़ी वॉकथॉन पर निकली। साड़ी वॉकथॉन का मुख्य मार्ग में योगा ग्रुप, जिला प्रशासन की टीम, अध्यापक संघ, भाजपा जिला अध्यक्ष सहित अन्य कार्यकर्ता, मेडीकल फार्मासिस्ट संघ, जिला व्यापारी संघ, सहित नगर के पुरूष वर्ग ने जगह जगह पर फूल वर्षा कर स्वागत किया। महिलाओं के द्वारा महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जागरूकता संबंधी स्पीच दी गई। साड़ी वॉकथॉन आनंदम दीदी कैफे डिंडौरी तक पहुंची। जहां कलेक्टर  विकास मिश्रा ने कार्यक्रम के उद्देश्य को सबके सामने रखा। इस दौरान सामाजिक क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं ने मंच से महिलाओं के स्वास्थ्य, घरेलू हिंसा, शिक्षा और रोजगार, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और शासकीय योजनाओं के लाभ को लेकर अपने विचार रखे। इस साडी वॉकथान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में साध्वी नीमा बाई, उजियारो बाई सहित स्थानीय महिला जनप्रतिनिधि व अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे। इनके साथ ही भोपाल से आई सामाजिक कार्यकर्ता सुश्री नीता बाधवा भी कार्यक्रम में मुख्य रूप से शामिल रही।

ब्रेस्ट कैंसर पीड़ित शिक्षिका ने किया जागरूक
वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा के सामने हुए कार्यक्रम में ब्रेस्ट कैंसर से ठीक हुई शिक्षिका सुनीता उईके  ने बताया कि जब वो बीमार थी, कैंसर से पीड़ित थी तो उनके पति ने भी साथ छोड़ दिया था। लेकिन उन्होंने हार नही मानी। आज ठीक होकर अपने बच्चों का भरण पोषण कर रही है। एसबीआई तिराहे के सामने समाज सेविका ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अब आप अपनी शक्ति को पहचाने। परिवार और पति की प्रताड़ना का जवाब दीजिए। क्योंकि आप स्त्री है, जो घर और समाज की रचना करती है।
उत्कृष्ट विद्यालय के सामने सोनल जैन ने महिलाओं की शिक्षा और रोजगार पर अपनी बात रखी। सोनल ने बताया कि अगर महिला शिक्षित है, तो वह अपने परिवार और समाज को शिक्षित कर सकती हैं। इसलिए स्त्री को शिक्षित होना आवश्यक है। भारत माता चौक पर पत्रकार वंदना मानिकपुरी ने बताया कि वो 6 बहने हैं। पूरी जवाब-दारी उनके ऊपर है। उन्होंने बताया कि एक्सीडेंट में अपना सब कुछ खो जाने के बाद कैसे उन्होंने अपने खुद को रिकवर किया और आज फिर से समाज के बीच काम कर रही है। रानी अवंती बाई चौक पर पार्षद रूपाली जैन ने शासकीय जननी सुरक्षा योजना और स्व सहायता समूह का गठन कर आर्थिक उत्थान के बारे में नुक्कड़ नाटक कर समझाया। इसी प्रकार से शिखा राय और स्वेता जैन ने अपनी बात रखी।

आदि रंग नाट्य समिति ने प्रस्तुत किया नुक्कड़ नाटक
आनंदम दीदी कैफे परिसर में आदि रंग नाट्य समिति की संचालक व पत्रकार  वंदना मानिकपुरी के नेतृत्व में घरेलू हिंसा और नशा मुक्ति के संबंध में कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किए। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से घरेलू हिंसा और नशा मुक्ति के संबंध में समाज को बेहतर संदेश दिया गया है।

रैंप पर महिलाओं ने बिखेरा जलवा
आनंदम दीदी कैफे परिसर में महिलाओं ने रैंप वॉक किया। ’साड़ी वॉकथॉन कार्यक्रम सूरत और मुंबई के बाद डिंडौरी जिले में आयोजित किया गया है। इस प्रकार से डिंडौरी जिला साड़ी वॉकथॉन’ आयोजित करने वाला प्रदेश का पहला जिला बना है। कार्यक्रम के संचालन में महिला और बाल विकास अधिकारी श्याम सिंगौर, परियोजना अधिकारी नीतू तिलगाम, परियोजना प्रबंधक एनआरएलएम मीना परते, प्रबंधक ई गवर्नेंस दीपक साहू, पार्षद रूपाली जैन सहित अन्य अधिकारियों कर्मचारियों की भूमिका रही।

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