डिंडोरी : आदिवासी बाहुल्य जिला डिंडोरी के छीरपानी गांव में एक दिवसीय शैला, रीना नृत्य कार्यक्रम सम्पन्न हुआ जिसमें आस पड़ोस के गांवों से आए शैला रीना नृत्य कलाकारों ने कार्यक्रम में भाग लेकर नए साल में अपनी अपनी कला प्रस्तुत किए और सभी कलाकारों को ग्राम पंचायत सरपंच सुकरती मार्को , ग्राम मुकदम्म झामा बाई , वार्ड पंच गनपतिया बाई के द्वारा एक एक पीला गमछा और श्रीफल से सभी शैला रीना नृत्य कलाकारों को सम्मानित किया गया ।
इन अवसर पर सरपंच ने कहा कि आज ग्रामीण आदिवासी लोगों कि वजह से आदिवासियत जिंदा है बाकी जो शहरी आदिवासी पढ़े लिखे , नौकरी पेशा, राजनीतिक लोग तो कब के अपनी परंपरा ,रीति रिवाज , संस्कृति, सभ्यता, धरोहर , बोली ,भाषा को छोड़कर गैर आदिवासी शहरी कल्चर अपना चुके हैं और अपना रहे हैं । इसीलिए अपनी सभ्यता, संस्कृति, रीति रिवाज, को बचाने एवं इतिहास को जिंदा रखने के लिए हमारे गांव में प्रतिवर्ष शैला रीना कार्यक्रम आयोजित किया जाता है ।